भारती लख्यानी और मनोज तेजवानी के ओबीसी प्रमाण-पत्र पर उठाए सवाल
- सामाजिक कार्यकर्ता बुलचंदानी ने जिला कलक्टर को शिकायत देकर की जांच की मांग
जस्ट टुडे
जयपुर। ग्रेटर निगम में मेयर के उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। तोडफ़ोड़ की आशंका के चलते भाजपा ने अपने पार्षदों की चौमूं पैलेस में बाड़ेबंदी कर दी है। इधर, भाजपा के दो पार्षदों वार्ड 75 से भारती लख्यानी और वार्ड 82 से मनोज तेजवानी पर गलत तरीके से ओबीसी प्रमाण-पत्र हासिल करने का आरोप लगाया है। मानसरोवर निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता जयप्रकाश बुलचंदानी ने इस सम्बंध में जिला कलक्टर को शिकायत भी की है। बुलचंदानी ने शिकायत में बताया है कि हमें कुछ दस्तावेज मिले हैं। इसमें पार्षद मनोज तेजवानी ने स्वयं को अलवर जिले के इस्मालपुर गांव का निवासी बताया है। जबकि असल में वह इस गांव का रहने वाला ही नहीं है। साथ ही पुराने दस्तावेज के आधार पर नया ओबीसी सर्टिफिकेट बनवाकर तेजवानी ने चुनाव लड़ा है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। बुलचंदानी का कहना है कि इन दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच होने तक पार्षद भारती लख्यानी और मनोज तेजवानी को पद से बर्खास्त किया जाए।
...तो छोडऩा पड़ेगा पार्षद पद
वार्ड 75 की पार्षद भारती लख्यानी को इस बार फिर मेयर पद का दावेदार माना जा रहा है। बुलचंदानी ने शिकायत में भारती पर भी गलत तरीके से ओबीसी प्रमाण-पत्र लेने का आरोप लगाया है। यदि उनका यह आरोप सही साबित हुआ तो फिर दोनों को पार्षद पद भी छोडऩा पड़ सकता है। भारती लख्यानी तो निगम में चेयरमैन भी है।