सांगानेर बाजार में पटाखे की चिंगारी कहर बनकर टूटी
- दीपावली पर गांधी मार्केट में तीन टेलर और चार फल-सब्जी की दुकान आग से बनी राख, लाखों का हुआ नुकसान
जस्ट टुडे
जयपुर। जब सभी लोग अपने परिवार के साथ दीपावली की खुशियां मनाने में व्यस्त थे। अपने बच्चों के साथ रोशनी से सराबोर माहौल में पटाखे छोड़ रहे थे। सभी को गले-मिलकर शुभकामनाएं दे रहे थे, तभी पटाखे के रूप में गिरी चिंगारी ने इन खुशियों को मायूसी में बदल दिया। सांगानेर बाजार के बाहर स्थित सब्जियों की दुकान में इस पटाखे से आग लग गई। कुछ ही देर में इस आग ने इसके पीछे स्थित टेलर्स की तीन दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। थोड़े ही समय में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। हालांकि, सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और उसने आग पर काबू पा लिया। इससे आग अन्य दुकान और मार्केट में नहीं फैल सकी। लेकिन, सब्जियों की दुकान और टेलर्स की दुकान राख में तब्दील हो गईं। सोमवार रात करीब 11:30 बजे हुई इस घटना के दौरान मालपुरा थाना इंचार्ज रायसल सिंह अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। इसके अलावा वार्ड 93 पार्षद प्रतिनिधि अजय रावत सहित कई स्थानीय व्यापारी भी मौके पर पहुंचे थे।
विवाह-समारोह का लाखों का सामान खाक
टेलर्स की तीन दुकानों में लाखों का सामान रखा हुआ था। इनमें कपड़े सिलने की मशीन के अलावा सिले हुए कपड़े भी रखे थे। ये कपड़े उनके थे, जिनके घर में दो-चार दिन बाद शादी-विवाह समारोह होने वाले हैं। साथ ही आस-पास के दुकानदारों की ओर से विवाह-समारोह में तैयार होने वाले कपड़े भी इन्हें दिए गए थे। इनमें दुल्हन के लहंगा सहित अन्य कीमती कपड़े थे। ये सभी सामान राख बन चुका है। ऐसे में इनके साथ-साथ उन लोगों का भी नुकसान हुआ है, जिनके कपड़े यहां थे। चूंकि, शादी-विवाह के कपड़े महंगे होते हैं, ऐेसे में आर्थिक नुकसान के साथ ही उन लोगों को भावनात्मक और मानसिक नुकसान भी हुआ है। इसकी भरपाई करना किसी भी प्रशासन के लिए बूते से बाहर है।
प्रशासन ने 37 लाख के नुकसान की बनाई रिपोर्ट
इस नुकसान का आकलन करने एसडीएम के निर्देश पर मंगलवार को गिरदावर और पटवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दुकान मालिकों से बात कर और मौका-मुआयना कर नुकसान की रिपोर्ट तैयार की। इस बारे में गिरदावर अंजनी कुमार वशिष्ठ ने बताया कि नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके मुताबिक तीन टेलर्स की दुकानों में करीब 12-12 लाख रुपए यानी 36 लाख रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। वहीं फल-सब्जी वालों के करीब एक लाख रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। ऐसे में कुल 37 लाख रुपए नुकसान के आकलन की रिपोर्ट बनाई गई है। इस रिपोर्ट को जल्द ही राज्य सरकार के पास भिजवा दिया जाएगा।
गरीबों की रोजी-रोटी पर आया संकट
जिन तीन टेलर्स की दुकानों में आग से नुकसान हुआ है, वे राधा प्रकाश छीपा, रमजान और दिनेश सैनी की हैं। इन्होंने बताया कि इनकी दुकान में रखी सिलाई मशीन, इंटर लॉक मशीन, पंखे, काउंटर सहित कई अन्य वस्तुएं भी खाक हो गईं। इनका कहना है कि इनकी दुकान में ग्राहकों के लाखों रुपए के कपड़े थे, वे भी जलकर राख हो गए। इनका कहना है कि ये गरीब आदमी हैं, इसके अलावा उनका अन्य कोई और रोजगार नहीं है। ऐसे में इनके परिवार के सामने भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। इनका कहना है कि अब सिलाई मशीन सहित अन्य सामान लाने के लिए ही पैसा नहीं है, तो फिर काम-धंधा कैसे शुरू करेंगे। इनका कहना है कि प्रशासन और सरकार को अब इनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए।
सीएम और कलक्टर को दिया ज्ञापन
सांगानेर के युवा व्यापारी नेता जयप्रकाश बुलचंदानी का कहना है कि इस मामले में प्रशासन को पूरी तरह से इन छोटे व्यापारियों की मदद करनी चाहिए। साथ ही सांगानेर व्यापार महासंघ के महासचिव के नाते मैंने इन व्यापारियों की पीड़ा और इनकी मदद करने का आग्रह करते हुए ज्ञापन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जयपुर कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ई-मेल के जरिए भेज दिया है। इस सम्बंध में सभी जनप्रतिनिधियों को भी राजनीतिक द्वेष को परे रखकर मानवता के लिए इनकी सहायता करनी चाहिए।