मानसरोवर जोन निगम की अतिक्रमण हटाने के बजाय वार्ड 70 में शौचालय बनाने में दिलचस्पी क्यों?
- ग्रेटर नगर निगम में हो रहा ग्रेट खेल: प्रधानमंत्री मोदी की ओर से दस हजार दिए जा रहे शौचालय पर, मानसरोवर जोन खर्च कर रहा 8 लाख रुपएग्रेटर नगर-निगम के वार्ड 70 में बन रहा शौचालय और उसके ऊपर आगे तक निकली बालकोनी।
जस्ट टुडे
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी घर-घर शौचालय की मुहिम के तहत शौचालय बनवाने पर दस हजार रुपए दे रहे हैं। वहीं नगर-निगम मानसरोवर जोन की ओर से ग्रेटर निगम के वार्ड 70 में करीब 8,09, 791 रुपए की लागत से सुलभ शौचालय बनवाया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि जब दस हजार रुपए में घर में शौचालय बन सकता है तो सुलभ शौचालय पर आठ लाख खर्च कैसे होंगे। मुश्किल से दो-तीन लाख रुपए में सुलभ शौचालय बन जाना चाहिए। ऐसे में सुलभ शौचालय में भ्रष्टाचार की बू आ रही है। इससे भी बड़ी बात यह है कि वार्ड 70 में जिस जगह यह शौचालय बन रहा है, वहां पर एक मकान मालिक ने अवैध रूप से बालकोनी आगे बनाकर उस पर पक्का निर्माण कर रखा है। उसी के नीचे सुलभ शौचालय बनाया जा रहा है। ऐसे में निगम को चाहिए था कि पहले अवैध बालकनी हटाए और फिर शौचालय बनाए। लेकिन, ऐसा नहीं किया जा रहा है। आश्चर्यजनक बात यह है कि अफसर तर्क दे रहे हैं कि शौचालय की दीवार छत हाइट आने तक समय लगेगा। तब देख लेंगे, अभी नोटिस दे दिया है।
नोटिस देकर की कार्य की इतिश्री
चेतना विकास समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर काम्बोज और मानसरोवर जन अधिकार संघर्ष समिति के महासचिव जयप्रकाश बुलचंदानी ने बताया कि उन्होंने इसकी लिखित शिकायत ग्रेटर नगर निगम के आयुक्त से की थी। इसमें बताया गया कि निगम की ओर से बनाए जा रहे शौचालय की छत पर दुकान नं. 3/11 के मालिक ने अतिक्रमण कर छत के ऊपर दुकान बना ली है। इसके चलते महिला शौचालय की छत गिर गई। इसके बाद 5 फरवरी को मानसरोवर निगम जोन उपायुक्त को इस बारे में अवगत कराया और उनसे अतिक्रमण हटवाकर शौचालय ठीक करवाने का निवेदन किया। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होने पर फिर 9 फरवरी को उपायुक्त को पत्र लिखकर इस ओर ध्यान दिलाया। इसके बाद उपायुक्त ने अतिक्रमण हटाने के लिए दुकान मालिक को नोटिस दिया, लेकिन, कोई दुकान मालिक ने अतिक्रमण नहीं हटाया। इसके बाद मानसरोवर निगम ने भी कार्रवाई नहीं की। उसके बाद अब शौचालय को तोड़कर उसे फिर से बनाया जा रहा है। लेकिन, अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उपायुक्त को अतिक्रमण हटाने के निर्देश
बुलचंदानी ने बताया कि इसके बाद ग्रेटर नगर-निगम के अधिषासी अभियंता की ओर से मानसरोवर जोन के उपायुक्त को पत्र लिखकर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि वार्ड 70 स्थित जीर्ण-शीर्ण मूत्रालय को हटाकर नया बनाने के कार्यादेश जारी किए गए थे। इसमें बताया गया है कि इस मूत्रालय के पास दुकान नं. 3/1, किरण पथ, शॉपिंग सेंटर मानसरोवर पर तीन फीट आगे तक बालकोनी निकाल ली है। इसके चलते मूत्रालय की छत भराई संभव नहीं है। इसलिए इस अतिक्रमण को हटाया जाए। इसमें लिखा है कि आपकी ओर से अतिक्रमण हटाने का नोटिस मालिक को दिया जा चुका है, फिर भी अतिक्रमण अभी तक नहीं हटाया गया है। इसलिए अब अपने स्तर पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। अब देखना यह है कि अतिक्रमण हटाया जाता है या फिर कोई गली निकालकर शौचालय का निर्माण कराया जाता है।