प्रदेश भाजपा ने की संगठन सर्जरी, 66 मंडल अध्यक्ष हटाए

- आगामी विधानसभा के मद्देनजर पार्टी ने लिया फैसला, अभी और होंगे परिवर्तन


महानगर संवाददाता
जयपुर।
आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने अपनी सियासी जमीन को मजबूत बनाना शुरू कर दिया है। ऐसे में प्रदेश भाजपा ने बड़ी सर्जरी करते हुए निष्क्रिय 66 मंडल अध्यक्षों को हटा दिया है। सूत्रों का कहना है कि सशक्त मंडल अभियान के तहत पिछले 4 माह से मंडल और बूथ संरचना का कार्य जारी है। इसकी रिपोर्ट बीते कुछ दिन पहले ही प्रदेश नेतृत्व के पास भेजी गई थी। ऐसे में निष्क्रिय और खराब परफोर्मेंस वाले मंडल अध्यक्षों को हटाया गया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सशक्त मंडल अभियान के तहत मंडल अध्यक्षों की कार्यशैली को लेकर प्रदेश नेतृत्व की ओर से निचले स्तर पर सर्वे करवाकर रिपोर्ट तैयार करवाई गई थी। 

निकाय चुनाव में पूअर परफॉरमेंस वाले मंडल अध्यक्षों पर गिरेगी गाज

सूत्रों का कहना है कि आगामी दिनों में जयपुर सहित राज्यभर के कई मंडल अध्यक्षों को हटाया जाएगा। इन मंडल अध्यक्षों की पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व को शिकायत में कहा है कि मंडल अध्यक्षों की ओर से उनकी अनदेखी की जा रही है। वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को पद नहीं दिया जा रहा है। वहीं पार्टी हित के बजाय मंडल अध्यक्ष का हित सोचने वालों को वरीयता दी जा रही है। प्रदेश नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनावों में कार्यकर्ताओं की नाराजगी मोल लेकर किसी भी तरह का जोखिम उठाना नहीं चाहता है। ऐसे में वह जल्द ही ऐसे मंडल अध्यक्षों को बदलने पर विचार कर रहा है, जिनसे कार्यकर्ता असंतुष्ट हैं तथा निकाय चुनाव में जिनकी पूअर परफोर्मेंस रही थी। सूत्रों ने बताया कि आगामी 6 अप्रेल को पार्टी के स्थापना दिवस तक प्रत्येक मंडल की सरंचना दुरस्त कर ली जाएगी।

51 नए मंडल बने, अब हुए 1118

राजस्थान भाजपा में पूर्व में 1067 मंडल हुआ करते थे, लेकिन हाल ही में संगठन संरचना में मंडलों का विभाजन करते हुए 51 नए मंडल गठित किए हैं। जिसके बाद मंडलों की संख्या अब 1118 हो गई है। कई जिलों में 55 बूथ से अधिक संख्या वाले मंडलों का विभाजन किया गया है। 

जिले जहां बदले गए मंडल अध्यक्ष

जयपुर देहात दक्षिण, जालौर, दौसा, अजमेर देहात, बूंदी, अलवर, नागौर देहात

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