बच्चों ने दिया संदेश...धरा को बनाओ हरा
- भारत फाउण्डेशन की ओर से आयोजित 'आई एम द चेंज' से बच्चों ने किया पर्यावरण संरक्षण का आह्वान
जस्ट टुडे
जयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस पर 'भारत फाउण्डेशन' की ओर से बच्चों के लिए 'आई एम द चेंज' वर्चुअल अभियान का आयोजन किया गया। जूम एप की ओर से चलाए गए अभियान का उद्देश्य बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना था। कोरोना संक्रमण और छुट्टियों के कारण स्कूल बंद हैं। ऐसे में बच्चों को रचनात्मक बनाए रखने और वर्तमान परिस्थितियों के प्रति जागरूक करने के लिए किसी भी एक रचनात्मक तरीके से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए ऑनलाइन अभियान संचालित किया गया।
कोरोना महामारी ने संदेश दे दिया कि पर्यावरण संरक्षण वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता है। लेकिन महामारी के कारण पीपीई किट, मास्क, सैनेटाइजर की बोतलें, दस्ताने, फेसशील्ड और महामारी का अपशिष्ट पर्यावरण के लिए नया खतरा बन गए हैं, जो बिना उचित निस्तारित किए सड़कों, कचरा वाली जगहों पर फेंकने से पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव डाल रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन अभियान द्वारा बच्चों को पर्यावरण के इन नए खतरों के बारे में जागरूक कर पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने तथा पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी जीवनशैली अपनाने को प्रेरित करेगी।
प्रकृति से प्रेम का सुनहरा अवसर
फाउंडेशन की क्रिएटिव डायरेक्टर खुशबू शर्मा के अनुसार जब पूरा देश महामारी के कारण लॉकडाउन है। तब प्रकृति खुलकर, निखरकर अपने नैसर्गिक स्वरूप में वापस आ गई। हवा, पानी अपने शुद्ध-वातावरण स्वरूप में दिखने लगे हैं। परन्तु अब जैसे ही लॉकडाउन खुलने लगा है तो हमारे पास अवसर है कि हम पर्यावरण और प्रकृति के साथ अपने रिश्तों पर पुनर्विचार करें और आने वाली पीढिय़ों के लिए हरित और उज्जवल भविष्य का निर्माण करें। फाउण्डेशन का 'आई एम द चेंज' अभियान अपने घर, देश, अपने ग्रह की रक्षा और संरक्षण का संकल्प है। फाउण्डेशन के इस अभियान से लॉकडाउन में बच्चों की रचनात्मकता बढ़ेगी और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का भी अवसर मिलेगा। साथ ही पर्यावरण के प्रति उनकी जागरूकता का संदेश उनके परिवारों तक भी जाएगा।
बोतल से पॉट तो शू बॉक्स से बनाया घोंसला
बच्चों ने फाउण्डेशन के 'आई एम द चेंज' ऑनलाइन अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसमें मिलिंद शर्मा ने प्लास्टिक की बॉटल को रीयूज कर पॉट बनाया, वान्या पंचाल, गौरांगी आचार्य तथा निलय गोयल ने पोस्टर, मृदुल एवं श्रीनिधि तिवारी ने पेड़ लगाकर, चेतांशी ने शू बॉक्स से पक्षियों के लिए घर बनाया, ईशानवी व रसिका ने स्लोगन द्वारा तथा टियाना ने डान्स आदि विभिन्न तरीकों से प्रकृति के प्रति प्रेम दिखाया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।