सांगानेर भाजपा मण्डल में अब उठा नया बवण्डर

 - सांगानेर भाजपा मण्डल की ओर से मनमर्जी से बांटे जा रहे हैं पद, प्रदेश कार्यालय की ओर से नहीं की गई घोषणा, फिर भी वार्ड 88, वार्ड 89 में बना दिए वार्ड संयोजक

- वार्ड 91 में बांट दिया शक्ति केन्द्र प्रमुख का पद, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में आक्रोश


जस्ट टुडे
जयपुर। 
सांगानेर भाजपा मण्डल की अब नई पहचान, फर्जी नियुक्तियों में व्यस्त मण्डल के पहलवान। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सांगानेर भाजपा मण्डल के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने यह टैग लाइन बनाई है। जस्ट टुडे ने इसकी सच्चाई जानी तो सामने आया कि सांगानेर भाजपा मण्डल की ओर से कई कार्यकर्ताओं को वार्ड संयोजक के पद से नवाजा जा रहा है। बाकायदा सोशल मीडिया और वाट्सएप ग्रुप पर उनके नाम के साथ वार्ड संयोजक का पद लिखा जा रहा है। वहीं जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष की ओर से अभी तक वार्ड संयोजकों की घोषणा ही नहीं की गई है। इससे साफ प्रतीत होता है कि सांगानेर भाजपा मण्डल के पदाधिकारी स्वयं को जयपुर जिला अध्यक्ष से भी बड़ा समझते हैं। इससे यह भी प्रतीत हो रहा है कि पद बांटने में कार्यकर्ताओं की राय नहीं ली जाती है, मनमर्जी से पद बांटे जा रहे हैं। सांगानेर भाजपा मण्डल की कार्यकारिणी में शामिल नहीं किए जाने से वरिष्ठ कार्यकर्ता पहले से ही नाराज हैं, ऐसे में यह घटना 'आग में घी डालने' का काम करेगी। 

पार्षद गिर्राज शर्मा ने की वार्ड 88 और 89 के वार्ड संयोजक की घोषणा


ग्रेटर नगर निगम के वार्ड 89 पार्षद गिर्राज शर्मा ने परिण्डा बांधों प्यास बुझाओं अभियान की खबर एक वाट्सएप ग्रुप पर डाल रखी थी। इसमें खबर के साथ कई पदाधिकारियों का नाम भी लिखा हुआ था। लेकिन, एक पद चौंकाऊं था। इसमें लिखा था कि वार्ड 89 संयोजक राकेश शर्मा। सच्चाई यह है कि इस पद की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। इतना ही नहीं पार्षद गिर्राज शर्मा ने तो वार्ड 88 के वार्ड संयोजक की भी सोशल मीडिया पर घोषणा कर दी। इस संदर्भ में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट चलाई, जिसमें उन्होंने लिखा कि वार्ड 88 के शक्ति केन्द्र प्रमुख और वार्ड संयोजक हरिनारायण चौधरी को जन्मदिन की बधाई। गिर्राज शर्मा वर्तमान में पार्षद हैं और इससे पहले सांगानेर भाजपा मण्डल में महामंत्री रह चुके हैं। ऐसे में हर बार गलती अनजाने में होना मुश्किल है। इससे साफ प्रतीत होता है कि सांगानेर भाजपा मण्डल की ओर से मनमर्जी से पद बांटे जा रहे हैं। वहीं जो वरिष्ठ कार्यकर्ता इनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं, उनकी उपेक्षा की जा रही है। मालूम हो कि निकाय चुनाव में भाजपा के परम्परागत कार्यकर्ता वार्ड 89 से एडवोकेट टीकम शर्मा को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रहे थे। लेकिन, गिर्राज शर्मा पैराशूट उम्मीदवार के रूप में प्रकट हो गए। पार्षद गिर्राज शर्मा में भी अनुभव की कमी साफ झलकती है। जमीनी कार्यकर्ता और पैराशूट में क्या अंतर होता है, इस घटनाक्रम से बखूबी समझा जा सकता है।   

मंडल मंत्री ने पहले पोस्ट डाली...विरोध होने पर किया सही


सांगानेर भाजपा मण्डल की वर्तमान कार्यकारिणी में अशोक सलोदिया मंत्री हैं। ऐसे में वे भी यह बखूबी जानते हैं कि किसी भी पद की घोषणा भाजपा जिला अध्यक्ष की ओर से ही की जाती है। उन्होंने भी वार्ड 89 पार्षद गिर्राज शर्मा की ओर से चलाई गई पोस्ट को सोशल मीडिया और वाट्स एप ग्रुपों में जमकर भेजा। जब वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने उनसे पूछा कि वार्ड 89 का संयोजक राकेश शर्मा को कब बनाया गया। उनकी नियुक्ति का पत्र भी कार्यकर्ताओं ने मांगा। इस पर अशोक सलोदिया को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने फिर पोस्ट में से राकेश शर्मा के साथ लगे वार्ड संयोजक के पद को हटा दिया। मालूम हो कि सलोदिया सांगानेर विधानसभा में भारत वाहिनी पार्टी के सांगानेर युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2018 के विधानसभा चुनावों में इन्होंने विधायक अशोक लाहोटी का जमकर विरोध किया था, इसके बावजूद भी भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए इन्हें मंत्री पद से नवाजा गया। इनकी यह हरकत एक नौसिखए की तरह लगती है, उक्त घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि इनमें अनुभव की कमी है, इनका विरोध भाजपा के परम्परागत कार्यकर्ता करते आए हैं। 

बिना घोषणा के दे दिया पद

वार्ड 91 में भाजपा पार्षद प्रत्याशी रहे जयकुमार बथेडिया ने भी वाट्स एप ग्रुप पर पोस्ट चलाई थी। इसमें वार्ड 91 में सैनिटाइजर अभियान का विस्तार से जिक्र था। इसमें भी कई पदाधिकारियों का नाम लिखा हुआ था। इसमें धन कुमार जैन के नाम से साथ शक्ति केन्द्र प्रमुख वार्ड 91 लिखा हुआ था। भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है कि इन्हें कभी शक्ति प्रमुख बनाया ही नहीं गया। वहीं भाजपा प्रदेश संगठन की मानें तो शक्ति केन्द्र प्रमुख नाम का पद इस बार हटेगा, इनकी जगह वार्ड संयोजक बनाए जाएंगे। 

भाजपा मण्डल की नीति और नीयत में खोट

सांगानेर भाजपा के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है कि सांगानेर भाजपा मण्डल में मनमर्जी का आलम है। भाजपा प्रदेश कार्यालय की अनुमति के बिना ही मनमर्जी से लोगों को पद बांटे जा रहे हैं। कई कार्यकर्ताओं का कहना है कि पदाधिकारी उनके घर आते हैं और उन्हें पद दे देने की बधाई देते हैं, साथ में राधा-गोविन्द की तस्वीर भी भेंट करके जाते हैं। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे साफ प्रतीत होता है कि सांगानेर भाजपा मण्डल की नीति और नीयत दोनों में ही खोट है। 




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