सांगानेर बाजार में व्यापारी एकजुट, जल्द बनेगा नया व्यापार महासंघ

- आदर्श व्यापार महासंघ नाम से बन सकता है नया संगठन, व्यापारियों ने शुरू की प्रक्रिया, सभी व्यापारियों को साथ लेकर चलने का दिया भरोसा


जस्ट टुडे
जयपुर।
सांगानेर बाजार के गलियारों में एक बार फिर 'एक ही व्यापार महासंघ' होने की आवाज गूंज रही है। सांगानेर के सभी व्यापारी भी एक ही व्यापार महासंघ की वकालत कर चुके हैं। व्यापारियों का तर्क है कि दो व्यापार महासंघ होने से व्यापारी हितों के बजाय राजनीति ही होती आई है। व्यापार महासंघों की राजनीति के चलते बाजार में विकास के कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में एक व्यापार महासंघ होने से राजनीति बंद होगी और व्यापारी हितों पर ही फोकस होगा। व्यापारियों का कहना है कि इसके लिए नया व्यापार महासंघ बनाकर सभी विचारधारा वाले व्यापारियों को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। इससे ना केवल व्यापार महासंघों में राजनीति बंद होगी बल्कि बाजार का समुचित विकास भी होगा। व्यापारियों का कहना है कि बाजार का विकास और व्यापारियों के हित की बात करने वाले के साथ ही संगठनों को सामंजस्य बिठाना चाहिए। ऐसे में सांगानेर बाजार के व्यापारी अंदरखाने एकजुट हो गए हैं, वे नए नाम से व्यापारिक संगठन का गठन कर रहे हैं। संभवत: नया संगठन आदर्श व्यापार महासंघ के नाम से बन सकता है। 

नए व्यापार महासंघ में 36 कौमों को मिलेगा प्रतिनिधित्व

व्यापार महासंघ, सांगानेर के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष उत्तमचंद बच्चानी ने बताया कि सांगानेर में जल्द ही आदर्श व्यापार महासंघ के नाम से नया व्यापार महासंघ बनाया जाएगा। इसमें अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों का चयन नए सिरे से किया जाएगा। बच्चानी ने बताया कि उनके साथ सिन्धी समाज, मारवाड़ी समाज सहित सभी कौमों के व्यापारी साथ हैं। सभी कौम के व्यापारी चाहते हैं कि नए नाम से व्यापार महासंघ बने और उसी के साथ सभी व्यापारी जुड़े। बच्चानी ने बताया कि नए व्यापार महासंघ के साथ सभी 5000 व्यापारियों को जोड़ा जाएगा। नए व्यापार महासंघ में सभी कौमों के व्यापारियों को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। साथ ही जो भी बाजार का विकास कराएगा, व्यापारियों के हितों की पैरवी करेगा...व्यापारी भी उसी राजनीतिक दल के साथ खड़े होंगे। व्यापारी किसी भी विशेष राजनीतिक दल की पैरवी नहीं करेंगे।  

दोनों ही व्यापार महासंघ फिलहाल अस्तित्वहीन

व्यापार महासंघ, सांगानेर के पूर्व महामंत्री घनश्याम कूलवाल ने बताया कि सांगानेर के दोनों व्यापार महासंघ फिलहाल अस्तित्वहीन हैं। दोनों ही व्यापार महासंघों में काफी वर्षों से चुनाव नहीं हुए हैं। दोनों ही संगठन व्यापारियों की उम्मीदों पर अभी तक खरे नहीं उतरे हैं। ऐसे में व्यापारी भी यही चाहता है कि सांगानेर में नया व्यापार महासंघ बने। यह आदर्श व्यापार महासंघ के नाम से बने तो ज्यादा उचित होगा। इस संगठन में सभी कौमों और विचारधाराओं के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए। ऐसा होने से सांगानेर बाजार के अधिक से अधिक व्यापारी इस नए संगठन से जुड़ेंगे। व्यापार महासंघ मजबूत होगा तो फिर बाजार का विकास और व्यापारियों के हितों को पंख लगेंगे।

नए नाम से बनना चाहिए व्यापार महासंघ

सांगानेर के युवा व्यापारी जयप्रकाश बुलचंदानी ने बताया कि उन्होंने सांगानेर में एक मुहिम चलाई थी। इसमें व्यापारियों से पूछा गया था कि क्या वे दो व्यापार महासंघ चाहते हैं या फिर एक। इस पर सभी व्यापारियों ने एक ही व्यापार महासंघ की वकालत की थी। युवा व्यापारी बुलचंदानी ने इसके समर्थन में करीब 500 व्यापारियों के हस्ताक्षर भी लिए। उन्होंने बताया कि इसके लिए सांगानेर में नए व्यापार महासंघ का गठन करना जरूरी है। क्योंकि, कोई भी एक अपने व्यापार महासंघ को नहीं छोड़ेगा। ऐसे में आदर्श व्यापार महासंघ के नाम से नया संगठन बनना चाहिए। उसमें अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों का चयन चुनाव या फिर सर्वसम्मति से होना चाहिए। 

ग्राहकों का बाजार से मोहभंग

सांगानेर का बाजार आस-पास के क्षेत्रों में सभी से बड़ा है, फिर भी ग्राहकों का यहां से मोहभंग हो रहा है। क्योंकि, बाजार में उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से ग्राहक यहां पर आने से कतराने लगे हैं। जो ग्राहक पहले सांगानेर आता था, अब वह मानसरोवर, बगरू सहित दूसरे बाजारों में जाने लग गया है। ग्राहकों के लिए बाजार में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं। साथ ही बाजार में जगह-जगह अतिक्रमण का नजारा आम है। व्यापारिक संगठनों के एक नहीं होने से व्यापारियों ने दुकानों को तय सीमा से 10-15 फीट तक बाहर निकाला हुआ है। व्यापारियों में एकता नहीं होने से नगर-निगम प्रशासन भी समस्याओं पर ध्यान नहीं देता है। 

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