'आत्माओं' के हक पर दबंगों का डाका
- सांगानेर तहसील की जगन्नाथपुरा पंचायत स्थित श्मशान भूमि पर अतिक्रमी काबिज
- जेडीए की समझाइश पर भी नहीं माने अतिक्रमी, अब दिया नोटिस
अतिक्रमियों ने तारबंदी करके किया श्मशान भूमि पर कब्जा। |
जस्ट टुडे
जयपुर। भू-माफियाओं के खिलाफ जयपुर विकास प्राधिकरण की कार्रवाई की धार कुंद पड़ चुकी है। इसके चलते भू-माफियाओं को जहां भी सरकारी जमीन दिखती है, उस पर कब्जा कर पर बैठ जाते हैं। भू-माफियाओं की कारस्तानी का ऐसा ही मामला सामने आया है डिग्गी मालपुरा रोड स्थित रातल्या गांव का। भू-माफियाओं ने दबंगई दिखाते हुए गांव के मोक्षधाम की भूमि पर कब्जा कर लिया है। जगन्नाथपुरा ग्राम पंचायत की शिकायत के बाद जेडीए अफसर आए जरूर, लेकिन, अतिक्रमण को ध्वस्त करने के बजाय समझाइश करके चले गए। यानी भू-माफियाओं ने 'आत्माओं' के हक पर भी डाका डाल दिया है।
जेडीए की समझाइश के बाद भी नहीं माने अतिक्रमी
जेडीए ने श्मशान भूमि को कई जगह से कराया अतिक्रमण मुक्त। |
दरअसल, सांगानेर तहसील की जगन्नाथपुरा ग्राम पंचायत के रातल्या गांव में श्मशान के लिए करीब 4 बीघा भूमि आरक्षित है। इसमें हाईटेंशन लाइन और दोनों तरफ रोड प्रस्तावित होने से शेष जमीन करीब 2.5 बीघा बचती है। यह जमीन जयपुर विकास प्राधिकरण यानी सरकारी है। इसी जमीन के पास में से गांव के ही कुछ लोगों के खेत भी हैं। इन लोगों ने फायदा उठाते हुए धीरे-धीरे श्मशान की ज्यादातर भूमि पर कब्जा कर लिया। ग्राम पंचायत सदस्यों की शिकायत पर जेडीए अफसरों ने मौका-मुआयना किया। इस पर कब्जा होना सामने आया। जेडीए की समझाइश के बाद दो-तीन अतिक्रमियों ने तो कब्जा हटा लिया, लेकिन, अभी भी दो-तीन लोगों ने दबंगई दिखाते हुए करीब आधा बीघा से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर रखा है। जेडीए ने इनसे समझाइश भी की, लेकिन, अभी तक कब्जा नहीं हटाया है। अब जेडीए की ओर से इन्हें नोटिस दिया गया है।
जेडीए ने अतिक्रमण हटाने का दिया है आश्वासन
जगन्नाथपुरा ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि अशोक चौधरी ने जस्ट टुडे को बताया कि श्मशान की भूमि पर कब्जा करने वालों से करीब दो माह तक समझाइश भी की गई। इसके बाद ग्राम पंचायत की ओर से जेडीए में शिकायत की गई। जेडीए अफसरों ने जमीन की पैमाइश की, जिसमें कब्जा होना सामने आया। इस पर जेडीए ने दो-तीन कब्जाधारकों को तो हटा दिया। वहीं दो-तीन लोगों ने अभी भी कब्जा कर रखा है। जेडीए अफसरों ने इन्हें नोटिस दिया है। मंगलवार को पंचायत के लोग जेडीए गए थे। वहां पर मुख्य प्रवर्तन अधिकारी रघुवीर सैनी को भी मामले से अवगत कराया था। उन्होंने भी जोन अफसरों को तुरन्त कब्जा हटाने के निर्देश दिए हैं। जोन अफसरों ने भरोसा दिलाया है कि दो-तीन दिन में कब्जा हटा दिया जाएगा।
गांव वालों ने लगाया जेडीए पर ढुलमुल रवैये का आरोप
अतिक्रमियों ने श्मशान भूमि पर कब्जा करके ना केवल मिट्टी खोदी बल्कि हरे पेड़ों को भी काट दिया। गांव वालों ने बताया कि मिट्टी और पेड़ बेचकर भी अतिक्रमियों ने कमाई की है। |
रातल्या गांव के लोगों ने जयपुर विकास प्राधिकरण के अफसरों पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। ग्रामवासियों का कहना है कि श्मशान भूमि पर कब्जा करने वाले लोगों के साथ जेडीए अफसर करीब तीन-चार बार समझाइश कर चुके हैं। फिर भी अतिक्रमी हटने को तैयार नहीं है। इस समझाइश में कई दिन बीत गए। अब नोटिस देकर अतिक्रमियों को और समय दिया गया है। इस नोटिस के बाद भी यदि अतिक्रमण नहीं हटा तो फिर जेडीए क्या करेगा, यह भी किसी को नहीं पता। ग्रामवासियों का कहना है कि ऐसे मामलों में ज्यादातर यह देखा गया है कि जेडीए अतिक्रमियों से एक बार समझाइश करता है, उसके बाद नोटिस देता है और फिर अतिक्रमण ध्वस्त करता है। लेकिन, इस मामले में जेडीए की बार-बार समझाइश कार्रवाई समझ से परे है।
मृत आत्माओं को कैसे मिलेगा मोक्ष
गांव वासियों ने बताया कि वर्तमान में करीब 8000 लोग रातल्या गांव में रहते हैं। गांव में एकमात्र मोक्षधाम यही है। ऐसे में गांव में अनहोनी होने पर मृतक को मोक्ष दिलाने इसी धाम पर लाया जाता है। गांव वालों ने कहा कि जब भू-माफियाओं ने मोक्ष धाम पर ही कब्जा कर लिया है तो फिर मृत आत्माओं को कहां मोक्ष दिलाया जाएगा? गांव वालों ने कहा कि एक तरफ तो सरकार ने मृत आत्माओं को मोक्ष दिलाने के लिए हरिद्वार तक नि:शुल्क बस सेवा चलाई थी, वहीं अब गांव के श्मशानों से अतिक्रमियों को भी नहीं हटाया जा रहा है। गांव वालों ने कहा कि अभी तक तो अतिक्रमी जीवित इनसान को ही परेशान करते आए हैं, अब मोक्ष स्थान पर भी इनके काबिज होने से मृत आत्मा भी बेचैन हैं।
जल्द हटाएंगे कब्जा
ग्राम पंचायत जगन्नाथपुरा की श्मशान भूमि पर कब्जा करने वालों को तीन दिन का नोटिस दिया गया है। यदि इस अवधि में कब्जा नहीं हटा तो फिर जेडीए की ओर से कब्जा हटाया जाएगा।
- धर्मराज मीणा, सीआई, जेडीए जोन-14