मानसरोवर जोन अफसर कर रहे अवैध निर्माणकर्ताओं पर रहम...जनता पर सितम
- युवा एकता मंच के अध्यक्ष बुलचंदानी ने मुख्यमंत्री और निगम आयुक्त को दी शिकायत... मानसरोवर जोन उपायुक्त पर कार्रवाई की मांग
जस्ट टुडे
जयपुर। राजस्थान सरकार ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम बनाकर भले ही जनता को राहत देने की पहल की हो, लेकिन लोक सेवकों की अकर्मण्यता के चलते यह कानून कागजों में ही दम तोड़ रहा है। ग्रेटर नगर निगम के मानसरोवर जोन में अधिकारियों का भेदभावपूर्ण रवैया भी इसी की ओर इशारा कर रहा है। अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने के बजाय मानसरोवर जोन के अधिकारी शिकायतकर्ता को ही धमका रहे हैं। जब लोक सेवक ही जनता के साथ ऐसा व्यवहार करेंगे तो फिर राहत की उम्मीद भला किससे की जाए। मानसरोवर जोन के अधिकारियों के इस रवैये की शिकायत युवा एकता मंच के अध्यक्ष जयप्रकाश बुलचंदानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को की है। साथ ही इसकी प्रतिलिपि ग्रेटर नगर-निगम आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह और मानवाधिकार आयोग को भी दी है।
घर तोडऩे की दी धमकी
युवा एकता मंच के अध्यक्ष जयप्रकाश बुलचंदानी ने बताया कि मानसरोवर जोन में अवैध निर्माणों की बाढ़ आई हुई है। कोरोना काल का फायदा उठाकर रसूखदार धड़ल्ले से अवैध निर्माण करवा रहे हैं। मैंने इन अवैध निर्माणों की शिकायत नगर-निगम उपायुक्त आभा बेनीवाल को की। इस पर उपायुक्त ने अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मुझे ही धमकाया। उन्होंने मुझसे कहा कि अवैध निर्माणों से पहले तुम्हारा घर तोड़कर शुरुआत करूंगी।
जनता को धमकाना लोकतंत्र का अपमान
इस सम्बंध में बुलचंदानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। इसकी प्रतिलिपि ग्रेटर नगर-निगम आयुक्त यज्ञ मित्र को भी दी है। इसमें मानसरोवर जोन उपायुक्त आभा बेनीवाल की शिकायत की गई है। शिकायत में यह भी लिखा है कि लोक सेवक का इस तरह से जनता को धमकाना, लोकतंत्र में दिए गए अधिकारों का हनन करना है। साथ ही साफ होता है कि अवैध निर्माणकर्ताओं की अधिकारियों से मिलीभगत भी है।