ऑनलाइन शिक्षा फेल, पढ़ाई के बदले पोर्न वीडियो का 'खेल'

- जयश्री पेड़ीवाल स्कूल की ओर से 11 वीं कक्षा की ऑनलाइन क्लास में लगातार तीन दिन से चल रहा था पोर्न वीडियो, अभिभावकों की शिकायत पर भी स्कूल प्रबंधक ने नहीं लिया सबक

-संयुक्त अभिभावक संघ ने शिक्षा राज्यमंत्री, बाल आयोग और जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा पत्र, तत्काल कार्यवाही की मांग


जस्ट टुडे
जयपुर।
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम ऐंठ रहे जयपुर के नामी स्कूलों की हकीकत आखिर सामने आ ही गई है। जयपुर के महंगे स्कूलों में शुमार जयश्री पेडीवाल की ओर से कक्षा 11 के लिए संचालित की जा रहीं ऑनलाइन क्लास में तीन दिनों से पोर्न वीडियो चल रहे हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि अभिभावकों ने इसकी सूचना स्कूल प्रबंधकों को भी लगातार 19 मई और 20 मई को दी थी, फिर भी स्कूल प्रबंधकों की कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। पोर्न वीडियो लगातार ऑनलाइन क्लास में चलता रहा। अब अभिभावक और छात्र स्कूल प्रबंधकों के डर के मारे शिकायत नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में इस घटना पर संयुक्त अभिभावक संघ ने शनिवार को बाल आयोग को पत्र लिखकर स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लिखा है। इस शिकायत की कॉपी शिक्षा राज्यमंत्री और जिला शिक्षा अधिकारी को भी भेजी गई है। 

फीस लेना ही नहीं बेहतर शिक्षा देना भी स्कूल की जिम्मेदारी
संयुक्त अभिभावक संघ ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षा पूरी तरह से फेल हो चुकी है। यदि ऐसे ही ऑनलाइन पढ़ाई चलती रही तो इसके दुष्परिणाम और भी देखने को मिलेंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा कि जयश्री पेडीवाल स्कूल प्रबन्धक लगातार हठधर्मिता का परिचायक बन चुका है, 11 वीं कक्षा के छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान घोर लापरवाही बरती गई, जो निंदनीय है। अभिभावक की सूचना के बावजूद स्कूल प्रबन्धकों द्वारा लापरवाही बरती गई, ऐसे स्कूलों की तत्काल मान्यता रदद् होनी चाहिए और राज्य सरकार को भी इस विषय पर बेहतर प्रबंधन करने की आवश्यकता है, कठोर नियम के साथ नियमों के पालन की व्यवस्था भी सुनिश्चित करनी चाहिए। स्कूलों का कार्य केवल फीस वसूलना नहीं है, फीस के साथ-साथ बेहतर शिक्षा की जिम्मेदारी और जवाबदेही भी स्कूल संचालकों की है, हमें उम्मीद है बाल आयोग इस विषय को गंभीरता से लेगा और सख्त कार्यवाही कर सभी स्कूलों को संदेश देगा। 

पत्र में यह की गई है मांग
विधि मामलात मंत्री एडवोकेट अमित छंगाणी ने कहा कि शिक्षा राज्यमंत्री और बाल आयोग को लिखे पत्र में मांग की गई है कि स्कूल प्रबन्धकों ने शिक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई है जिस पर तत्काल संज्ञान लिया जाए, स्कूल को आदेशित किया जाए और ऑनलाइन क्लास को लेकर साइबर सिक्योरिटी के माकूल इंतजाम करवाए जाएं। पत्र में यह भी कहा गया है कि लापरवाही बरतने वाले स्कूल पर कठोर कार्यवाही की जाए, जिससे स्कूलों को सबक मिल सके, क्योंकि, पूर्व में भी बड़े स्तर पर ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, साथ ही सभी निजी स्कूलों को यह भी आदेशित किया जाए कि वह अपने स्कूलों में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट / आईटी एक्सपर्ट की नियुक्ति कर प्रॉपर सिक्योरिटी मेंटन कर छात्र-छात्राओं के साथ ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करें।
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि जयश्री पेड़ीवाल स्कूल की लापरवाही ने शिक्षा का अपमान किया है, जबकि पूरा देश शिक्षा की पूजा करता है। संयुक्त अभिभावक संघ शिक्षा राज्यमंत्री और बाल आयोग से तत्काल कार्यवाही की मांग करता है। जिससे सभी स्कूलों को उचित संदेश दिया जा सके।

जुड़ें जन जागरूकता अभियान से, जानें अपने अधिकार

प्रदेश महामंत्री संजय गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 16 दिनों से प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर जन जागरूकता अभियान चला रही है जिसमे शनिवार को दोपहर 2 बजे से निवारू रोड स्थित सेंट एंसलम स्कूल के जागरूक अभिभावक बड़ी संख्या में जुड़े और सुप्रीम कोर्ट के आदेश, फीस एक्ट 2016 आदि की जानकारी जुटाई और अपनी शंकाओं का समाधान भी प्राप्त किया। यदि आप भी इस मामले में अपनी शंका का समाधान चाहते हैं तो संयुक्त अभिभावक संघ की मुहिम से जुड़ें। 

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