वार्ड 83 पार्षद ने इम्युनिटी बढ़ाने को बांटा ग्लूकोन-डी
- ग्रेटर नगर-निगम के वार्ड 83 पार्षद शंकर बाजडोलिया ने इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बांटे ग्लूकोन-डी पैकेट
जस्ट टुडे
जयपुर। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर थी, कोरोना ने ज्यादातर उन्हीं को अपना शिकार बनाया था। ऐसे में अब लोग भी इम्यूनिटी के प्रति जागरूक हो रहे हैं। वे इसके लिए योग, काढ़ा सहित कई तरह के आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। लॉकडाउन और राज्य सरकार के सार्थक प्रयासों से अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण कम हो रहा है। लेकिन, अभी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऐसे में लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधि भी आगे आ रहे हैं। कोई जनप्रतिनिधि काढ़ा पिला रहे हैं तो कोई विटामिन की गोलियां बांट रहे हैं। कुछ ऐसा ही सार्थक प्रयास किया है, वार्ड 83 के पार्षद शंकर बाजडोलिया ने। वार्डवासियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पार्षद शंकर बाजडोलिया ने ग्लूकोन-डी के पैकेट बांटे। इस दौरान गुल्लाराम चौधरी, गजेन्द्र सिंघल, दुर्गेश शर्मा, राजू यादव, मोहित शर्मा, गजेन्द्र शर्मा, भंवर बन्ना, सूरजभान, अर्जुन सिंह, विशाल और हिमांशु भी उपस्थित रहे।
पैकेट बांट लोगों को दी हिदायत
वार्ड 83 पार्षद शंकर बाजडोलिया ने बताया कि कोरोना में इम्युनिटी की सबसे ज्यादा चर्चा हुई थी। जिन लोगों की इम्युनिटी अच्छी थी, वे कोरोना से बचे रहे। वहीं जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर थी, कोरोना संक्रमित हो गए। ऐसे में वार्डवासियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए ग्लूकोन-डी के पैकेट बांटे गए। उन्होंने कहा कि कोरोना के साथ-साथ अभी गर्मी का मौसम भी है। ऐसे में ग्लूकोन-डी पीने से तुरन्त एनर्जी मिलती है। शारीरिक कसरत के बाद ग्लूकोन-डी पीने से मांसपेशियों के खिंचाव में आराम मिलता है। साथ ही शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है। साथ ही लोगों को अनावश्यक घरों से ना निकलने, मास्क का उपयोग करने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी गई।
कोरोना में की जनता की सेवा
पार्षद बाजडोलिया इससे पहले वार्ड को कई बार सैनिटाइज भी करवा चुके हैं। लोगों को काढ़ा भी पिला चुके हैं। वार्ड में मास्क और सैनिटाइजर भी बांट चुके हैं। जरूरतमंदों को भोजन और राशन वितरण भी इनकी ओर से समय-समय पर किया गया। मूक पक्षियों के दाना-पानी के लिए वार्ड में कई जगह परिण्डे भी लगा चुके हैं। पुष्पेन्द्र भारद्वाज टीम के अहम सदस्य बाजडोलिया ने कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेण्डर की भी व्यवस्था लोगों के लिए करवाई थी।