व्यापार महासंघ, सांगानेर में बढ़ा 'शीतयुद्ध'

- संरक्षक ने दिए अध्यक्ष और महामंत्री बदलने के संकेत

- उपाध्यक्ष रामजीलाल शर्मा को मिल सकता है बड़ा पद

जस्ट टुडे
जयपुर।
निकाय चुनाव में भाजपा के टिकट वितरण से व्यापार महासंघ, सांगानेर में शुरू हुई रार फिलहाल थमती नजर नहीं आ रही है। निकाय चुनाव में भाजपा के टिकट वितरण से नाराज व्यापार महासंघ, सांगानेर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उत्तमचंद बच्चानी ने अध्यक्ष और महामंत्री को बदलने की बात कही थी। अब उनके बाद संरक्षक त्रिलोक चौधरी और उपाध्यक्ष रामजीलाल शर्मा ने भी ऐसे ही संकेत दिए हैं। यानी व्यापार महासंघ, सांगानेर में 'रार' पर 'तकरार' होने की पूरी संभावना है। 

व्यापार महासंघ, सांगानेर की जल्द बदलेगी सत्ता- त्रिलोक चौधरी

व्यापार महासंघ, सांगानेर के संरक्षक त्रिलोक चौधरी ने जस्ट टुडे को बताया कि व्यापार महासंघ, सांगानेर की सत्ता को त्रिलोक चौधरी, रामजीलाल शर्मा और उत्तचंद बच्चानी ही बदलेंगे। इनके अलावा कोई और सत्ता को नहीं बदल सकता। जस्ट टुडे ने जब इनसे पूछा कि सत्ता किस तरह की बदलेगी तो इन्होंने कहा कि सत्ता पहले भी इन्हीं तीनों के पास थी और आगे भी इन्हीं तीनों के पास रहेगी। जस्ट टुडे ने पूछा कि नए बदलाव में तीनों को क्या-क्या पद मिलेंगे। इस पर त्रिलोक चौधरी ने बताया कि उनका पद पहले ही तरह ही रहेगा। रामजीलाल शर्मा अभी उपाध्यक्ष हैं, वे महामंत्री भी बन सकते हैं। उत्तमचंद बच्चानी भी पहले ही तरह वरिष्ठ उपाध्यक्ष रहेंगे। इसके बाद जस्ट टुडे ने उनसे पूछा कि आप सत्ता को बदलने की बात कह रहे हैं, तो क्या माना जाए कि अध्यक्ष को भी बदला जाएगाï? इस पर त्रिलोक चौधरी ने कहा कि यह समय आने पर बता दिया जाएगा। जस्ट टुडे ने उनसे पूछा कि सत्ता बदलाव का मतलब अध्यक्ष बदलना माना जाए, इस पर उन्होंने गोलमोल जवाब दिया और कहा कि समय पर बताया जाएगा? 

नए अध्यक्ष की दावेदारी में वर्तमान उपाध्यक्ष आगे

इस पर उपाध्यक्ष रामजीलाल शर्मा ने जस्ट टुडे से कहा कि समय का इन्तजार करो, तब बताया जाएगा कि अध्यक्ष पर क्या फैसला होता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि संभव है अध्यक्ष बदल भी जाए? हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि अध्यक्ष पद पर नया दावेदार कौन होगा? जस्ट टुडे को विश्वसनीय सूत्रों से यह भी पता चला है कि व्यापार महासंघ, सांगानेर के नए अध्यक्ष रामजीलाल शर्मा भी बन सकते हैं। कई लोग इन्हें ही मजबूत दावेदार बता चुके हैं।


यह है नाराजगी की वजह

सांगानेर में दो व्यापार महासंघ हैं। इनमें से एक को भाजपा समर्थित और दूसरे को कांग्रेस समर्थित व्यापार महासंघ माना जाता है। व्यापार महासंघ, सांगानेर को भाजपा विचारधारा का माना जाता है। इसलिए निकाय चुनाव में व्यापार महासंघ, सांगानेर की ओर से भाजपा से दो टिकट मांगे गए थे। इनमें व्यापार महासंघ, सांगानेर के संरक्षक त्रिलोक चौधरी और मीडिया प्रभारी पुरुषोत्तम बच्चानी शामिल थे। लेकिन, निकाय चुनाव में इन दोनों को ही भाजपा से टिकट नहीं मिल पाया था। चूंकि, व्यापार महासंघ, सांगानेर के महामंत्री ओमप्रकाश शर्मा ही भाजपा के मण्डल अध्यक्ष थे। ऐसे में व्यापार महासंघ, सांगानेर में अंर्तकलह हो गया। उस समय व्यापार महासंघ, सांगानेर के कई पदाधिकारियों ने अध्यक्ष शिवराज सोनी और महामंत्री ओमप्रकाश शर्मा पर जानबूझकर टिकट कटवाने का आरोप लगाया था। ऐसे में पदाधिकारियों में आपस में ही तकरार हो गई थी। व्यापार महासंघ, सांगानेर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उत्तमचंद बच्चानी भी अपने बेटे पुरुषोत्तम बच्चानी को टिकट नहीं मिलने से आहत हो गए थे। उन्होंने उस समय व्यापार महासंघ, सांगानेर के अध्यक्ष और महामंत्री को भी जल्द ही बदलने की बात भी कही थी। तभी से अंदरखाने व्यापार महासंघ, सांगानेर में 'शीतयुद्ध' जारी है।

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