शिविरों में बिजली कनेक्शन के साथ ना हो जाए कोरोना कनेक्शन

- जयपुर डिस्कॉम की ओर से 7 से 9 सितम्बर तक लगाए जाएंगे शिविर


- सांगानेर में दो दिनों में मिल चुके हैं 100 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव, ऐसे में शिविर लगाना कितना उचित? 



जस्ट टुडे

जयपुर। जयपुर डिस्कॉम की ओर से जयपुर सिटी सर्किल में 7 से 9 सितम्बर तक शिविर लगाए जा रहे हैं। इनमें सर्विस लाइन और मीटर लगाकर तत्काल नए बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। एक हिसाब से देखा जाए तो उपभोक्ताओं के लिए यह राहत की बात है, लेकिन, अभी कोरोना का महाविस्फोट हो रहा है। राजस्थान में अभी तक 87,797 मरीज हो गए हैं। वहीं शुक्रवार को एक ही दिन में राजस्थान में 1570 मरीज और अकेले जयपुर में 290 मरीज मिले। वहीं सांगानेर में सर्वाधिक 45 रोगी नए मिले हैं। ऐसे में कोरोना के महाविस्फोट की भयावहता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। कहीं ऐसा ना हो कि लोगों को जल्दी बिजली कनेक्शन देने के फेर में उनको कोरोना का करंट मिल जाए। यह शिविर सांगानेर में भी लगेगा। ऐसे में जस्ट टुडे इस जनहित के मुद्दे पर जिम्मेदारों का ध्यानाकर्षण करना चाहता है। यदि शिविर के फेर में सांगानेर में कोरोना के मरीज ज्यादा हो गए तो फिर उनकी जिम्मेदारी कौन लेगा?


शिविर से फूटेगा कोरोना का परमाणु बम


सांगानेर में दो दिनों में 100 कोरोना के नए मरीज मिल चुके हैं, वहीं दिन-प्रतिदिन यह आंकड़ा बढ़ ही रहा है। ऐसे में शिविर में लोगों की भीड़ उमड़ेगी। वहां ना सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होगी और ना ही सभी लोगों के मुंह पर मास्क होंगे। सेनेटाइजर का उपयोग भी लोग नहीं करेंगे, क्योंकि, उन्हें जल्दी से जल्दी अपना काम कराने की होड़ मचेगी। तीन दिन तक यह शिविर लगेगा, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना महामारी फैलने की कितनी ज्यादा आशंका है। शिविर में कई लोग गुटखा, पान, तम्बाकू भी खाकर थूकेंगे। सिगरेट की धुएं के छल्ले बनाकर हवा में उड़ाएंगे। आस-पास की थडिय़ों पर चाय भी पिएंगे। ऐसे में गंदगी से संक्रमण फैलने की रफ्तार बहुत ज्यादा होगी। 


ऑनलाइन सिस्टम में करें सुधार, लोगों के होंगे काम


जयपुर डिस्कॉम को कोरोना महामारी और लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए इन शिविरों को फिलहाल स्थगित करना चाहिए। इसके बजाय ऑनलाइन सिस्टम और हेल्प डेस्क की व्यवस्थाओं को सही कीजिए। वैसे भी डिस्कॉम ऑनलाइन सिस्टम और हेल्प डेस्क पर करोड़ों रुपए फूंक चुकी है। वहीं भ्रष्ट कार्मिक ऑनलाइन सिस्टम को चलने नहीं दे रहे हैं। ऐसे में डिस्कॉम अधिकारियों को सबसे पहले ऐसे भ्रष्ट अफसर और कार्मिकों पर कार्रवाई करनी चाहिए, जो ऑनलाइन सिस्टम को हैक करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि ऑनलाइन सिस्टम सही हो गया तो फिर लोगों की तकलीफ भी दूर हो जाएगी और उन्हें कोरोना महामारी लगने का भय भी नहीं रहेगा। 


इनका कहना है


सांगानेर सहित जयपुर में कोरोना के सैकड़ों की तादाद में रोजाना मरीज मिलना चिंता की बात है। जयपुर डिस्कॉम की ओर से जो शिविर आयोजित किए जाएंगे, उनमें पूरी सावधानी बरती जाएगी। इस सम्बंध में मेरी एईएन से बात हो चुकी है। मैंने कहा कि आप शिविर आयोजित करो, लेकिन, उसमें जो भीड़ आएगी, उसकी सुरक्षा का ध्यान आप लोगों के जिम्मे रहेगा। सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजर सहित तमाम जरूरी सुविधाएं शिविरों में रहे, इसका ध्यान रखा जाए। 
- घनश्याम शर्मा, एसडीएम, सांगानेर


शिविरों में लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जाएगी। लोगों के हाथ भी सेनेटाइज कराने की व्यवस्था की जाएगी। बार-बार लोगों को समझाया जाएगा और तय दूरी पर खड़ा किया जाएगा। इसके अलावा ऑनलाइन भी बिजली फाइल जमा कराने की व्यवस्था की जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को राहत भी मिलेगी और कोरोना का खतरा भी नहीं रहेगा। 
- मनोज गंगावत, अधिषाशी अभियंता, सांगानेर



सांगानेर सहित जयपुर में रोजाना कोरोना के दो सौ मरीज मिल रहे हैं। ऐसे समय में जयपुर डिस्कॉम की ओर से शिविर लगाया जाना सही नहीं है। इन शिविरों में सोशल डिस्टेंसिंग सहित कई हिदायतों का लोग पालन नहीं करेंगे। ऐसे में इन शिविरों में बिजली कनेक्शन के साथ कोरोना कनेक्शन भी मिल सकता है। लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए जयपुर डिस्कॉम को ये शिविर कोरोना का प्रकोप कम होने पर लगाने चाहिए या फिर ऑनलाइन सिस्टम को सही करके उपभोक्ताओं को राहत पहुंचानी चाहिए। - ओमप्रकाश शर्मा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष, सांगानेर


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