सांगानेर में बादल तो नहीं बरसे पर 'अशोक' पर अशोक गरजे 

जस्ट टुडे की लाइव कवरेज


- विधायक लाहोटी ने रविवार को बिजली बिल के मुद्दे पर वार्ड 96 में किया विरोध-प्रदर्शन


- सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में सीएम का पुतला फूंका और जलाई बिलों की होली



जस्ट टुडे

जयपुर। राजस्थान में सियासी घमासान के बीच सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ ताल ठोक रखी है। बिजली बिलों की माफी को लेकर विधायक लाहोटी सांगानेर विधानसभा के सभी 39 वार्डों में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को सांगानेर में मुहाना मोड पर वार्ड 96 के सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ विधायक लाहोटी ने सीएम अशोक गहलोत का पुतला फूंका और बिजली बिलों की होली जलाकर विरोध जताया।


इस दौरान विधायक अशोक लाहोटी ने बिजली बिल के मुद्दे के साथ ही विधायकों की बाड़ाबंदी और राम मन्दिर मामले पर भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इस मौके पर भाजपा मण्डल अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा, वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोक चौधरी, आईटी केन्द्र प्रमुख संजय मनोहर शर्मा, शक्ति केन्द्र प्रमुख भगवान सिंह जादौन, महेन्द्र कुमावत, मुकेश कुमावत, सांवरमल गुर्जर, सुनील शर्मा और राम सिंह गुर्जर सहित समस्त बीजेपी कार्यकर्ता उपस्थित थे। 


पीएम मोदी को ही छुड़वाना पड़ेगा



इस दौरान लाहोटी ने जैसलमेर में विधायकों की बाड़ेबंदी पर जमकर चुटकी ली। लाहोटी ने कहा कि अशोक गहलोत पिछले एक महीने से सरकार गिरने के डर से बेचैन हैं। जयपुर में ही कुछ दिनों के अंतराल में तीन होटल बदल चुके थे। इसके बाद भी चैन नहीं मिला तो विधायकों को जैसलमेर ले गए। मैं उनसे गुजारिश करता हूं कि कहीं थोड़ा और आगे पाकिस्तान मत चले जाना, नहीं तो फिर पीएम मोदी को ही छुड़वाना पड़ जाएगा। 


ना कर्जमाफ हुआ और ना ही मिला भत्ता



लाहोटी ने कहा कि चुनावों के समय कांग्रेस के 'पप्पू' आए थे। उन्होंने कहा कि एक...दो...तीन...चार और 10 वें दिन किसानों का कर्ज माफ। लाहोटी ने कहा कि असलियत में किसी किसान की कर्जमाफी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने बेरोजगारों को 3500 रुपए प्रतिमाह भत्ता देने का वादा किया था। सरकार के 18 महीने गुजर जाने के बाद भी बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिला। लाहोटी ने कहा कि लॉकडाउन में गहलोत सरकार ने कहा था कि तीन महीने के बिजली बिल माफ किए जाएंगे। बिल तो माफ नहीं किए बल्कि बढ़े हुए बिल जनता को थमा दिए। उन्होंने कहा कि सांगानेर में हजारों फैक्ट्रियां हैं। लॉकडाउन में सभी बंद थीं, फिर भी उनमें से किसी को 50 हजार तो किसी को 1 लाख रुपए का बिल थमा दिया गया। ऐसे ही घरेलू उपभोक्ताओं के साथ किया गया। जिनका बिल पहले 1000 रुपए प्रतिमाह आता था, उसका 2500 रुपए बिल भेज दिया। 


झूठ पर टिकी सरकार की नींव



लाहोटी ने कहा कि लॉकडाउन में जब स्कूल बंद हैं तो फिर फीस माफी का आदेश सरकार क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में सभी काम-धंधे चौपट हो गए और लोग बेरोजगार हो गए। ऐसे में अभिभावक कहां से फीस चुकाएंगे। लाहोटी ने कहा कि सरकार के पास करीब 40 करोड़ रुपए शिक्षा का बजट है। उस पैसे को स्कूलों में बांट दो, जिससे स्कूल प्रबंधन अपने स्टाफ को सैलेरी बांट दे और अभिभावकों को फीस नहीं देनी पड़े। लेकिन, सरकार ऐसा नहीं कर रही है बल्कि जनता की जेब पर भार बढ़ाने का ही काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की नींव ही झूठ पर टिकी हुई है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि सावन के महीने में भोलेनाथ से वरदान मांगों कि यह झूठी और मक्कार सरकार 20 अगस्त से पहले ही गिर जाए। 


निकम्मी सरकार को करना है बाहर 


इस अवसर पर सांगानेर मण्डल के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कहा है कि इस निकम्मी सरकार को राजस्थान से बाहर करना है। जिस कांग्रेस सरकार को जनता की कोई फिक्र नहीं है, उसकी विदाई भी जल्दी होनी चाहिए। 


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