राजनीति की शह-मात में पायलट ने खेला आखिरी दांव

- पायलट ने समझौते के लिए रखी शर्त, केबिनेट में उनके विधायकों को मिले 50 फीसदी हिस्सा


- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी बने रहने की व्यक्त की मंशा


जस्ट टुडे
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर सोमवार को विधायक दल की बैठक हुई। इसके बाद गहलोत सरकार सुरक्षित होने की बात कही गई। हालांकि, बैठक के बाद मौजूद सभी विधायकों को 4 बसों से सीधे फेयर माउण्ट होटल भेज दिया गया। गहलोत भी बस में ही साथ गए। उधर, सचिन पायलट को प्रियंका गांधी मना रही हैं। प्रियंका गांधी ने पायलट से फोन पर बात भी की है। सूत्रों का कहना है कि पायलट ने वापस आने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं।


इनमें उनका प्रदेश अध्यक्ष पद बरकरार रखा जाए। उनके समर्थित मंत्रियों और विधायकों को केबिनेट में 50-50 फॉर्मूले पर वरीयता दी जाए। वहीं निगमों और बोर्डों में भी 50-50 फॉर्मूले के आधार पर उनके पसंदीदा उम्मीदवारों को ही वरीयता दी जाए। हालांकि, कांग्रेस आलाकमान किन शर्तों को मानता है और किन को नहीं, यह तो वक्त पर पता चलेगा। हालांकि, गहलोत को पायलट की शर्तें मंजूर होती हैं या नहीं, यह भी अहम रहेगा? सूत्रों का कहना है कि यदि पायलट शर्तें नहीं मानीं गईं तो फिर वे कांग्रेस में नहीं आएंगे। ऐसे में अशोक गहलोत सरकार में सेंध लगना लाजिमी है। अब देखना यह है कि आलाकमान सरकार को बचाते हैं या फिर पायलट को हटाते हैं?


विधायक दल ने पास किया रेजोल्यूशन



इससे पहले बैठक में शामिल होने वाले विधायकों को पुलिस एस्कॉर्ट के बीच सुरक्षा में लाया गया। गहलोत के साथ 96 से 98 विधायकों के आने की खबर है। हालांकि, दावा 107 का किया जा रहा है। 
बैठक के बाद कांग्रेस विधायक दल ने रेजोल्यूशन पास किया। इसमें कहा गया कि सरकार के खिलाफ काम करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेजोल्यूशन में यह भी कहा गया कि भाजपा द्वारा लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश की गई है, यह राज्य की 8 करोड़ जनता का अपमान है। विधायक दल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत के लिए समर्थन जताया।


सरकार को 109 विधायकों का समर्थन



गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, 'सरकार को कोई खतरा नहीं है। हमें 109 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। जिन विधायकों को भाजपा द्वारा जबरन रोका जा रहा है, वे वीडियो बनाएं और शेयर करें। राजस्थान में कांग्रेस सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी।


विधायकों से सम्पर्क की कोशिश


राजनीति के जानकार बताते हैं कि पायलट भले ही दावा करें कि उनके पास 30 विधायकों का समर्थन है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए उनके खेमे में 15 विधायक ही नजर आ रहे हैं। गहलोत सरकार के कद्दावर मंत्री बाकी विधायकों से सम्पर्क करने की कोशिश भी कर रहे हैं।


Popular posts from this blog

सांगानेर में उचित मूल्य की दुकानों पर व्यवस्था नहीं उचित

विविधता में एकता... भारत की विशेषता - बेरवाल

सांगानेर से फिर एक बार पुष्पेन्द्र भारद्वाज