'हलधर' को मिल रहा ऑनलाइन 'हल'

- आईसीआईसीआई फाउण्डेशन की ओर से किसानों के लिए ऑनलाइन कार्यशाला सम्पन्न

-  विशेषज्ञों से योजनाओं की जानकारी और समस्याओं का निकारण करवा रहे किसान


जस्ट टुडे
जयपुर। एक ओर देश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं लोग अब कामकाज में आने वाली समस्याओं का निराकरण ऑनलाइन प्लेटफार्म पर आकर कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा आईसीआईसीआई फाउण्डेशन की ज्ञान चौपाल मुहिम के तहत सम्पन्न हुई ऑनलाइन कार्यशाला के दौरान देखने को मिली। ज्ञान चौपाल में जयपुर, सीकर व दौसा क्लस्टर से जुड़े 46 पशुपालकों व किसानों ने भाग लिया। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र, वनस्थली टोंक के पशुधन विशेषज्ञ डॉ. गीतम सिंह ने पशुधन सम्बंधित समस्याओं का निराकरण किया। 


किसानों को आर्थिक मजबूत करना चाहती है सरकार 


डॉ. गीतम ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार पशुधन को बढ़ावा देकर किसानों को आर्थिक मोर्चे पर मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। किसान जागरूक हो और समय रहते कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लेकर उनसे लाभान्वित हो। 


योजनाओं की दी जानकारी



उन्होंने सरकार की कामधेनु योजना समेत अन्य पशुधन को बढ़ावा देने वाली सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही कहा कि किसान समय-समय पर अपने यहां पशुओं का बीमा करा नस्ल सुधार को अपनाएं। ताकि कम उत्पादन वाली देशी नस्ल के पशु की नस्ल सुधार कर अधिक उत्पादन देने वाली उन्नत नस्ल के पशु तैयार किए जा सकें। 


किसानों का समझाया खीस का महत्व


इस दौरान किसानों को खीस का महत्व बताते हुए पशुओं के बीमार होने की अवस्था में समय पर पशु चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने पशुओं का बीमा कराने की महत्ता बताई और कोरोना से खुद को सुरक्षित रखते हुए परिवार व आस-पास के लोगों को सावचेत करने के उपाय बताए। साथ ही किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान किया। 


जानकारी देने के साथ कर रहे जागरूक


आईसीआईसीआई फाउण्डेशन के सीकर क्लस्टर प्रभारी निर्मल थेपड़ा ने बताया कि कोरोना काल में कृषि विज्ञान केन्द्र ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए किसानों, पशुपालकों के बीच जाकर उनको न केवल कोरोना के प्रति जागरूक कर रहा है। बल्कि अपने दैनिक कामकाज के साथ पशुधन के रख-रखाव के मामले में जरूरी जानकारी भी दे रहा है।


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