टीम 'अशोक' ने दी ऐसी 'दवा' लोगों की परेशानी हुई 'हवा'
- सांगानेर विधायक टीम रोजाना हजारों लोगों को खिला रही भरपेट भोजन और बांट रही सूखा राशन
विधायक ने कहा, हमारी कोशिश इस आपात स्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए
जस्ट टुडे
सांगानेर। कोरोना महामारी से पूरा विश्व पस्त है और बिना रोजगार के हजारों जरूरतमंद लोग भूख से त्रस्त हैं। ऐसे में देशभर के विभिन्न राज्यों और हिस्सों में कई लोग ऐसे जरूरतमंदों के लिए 'उम्मीद की किरण' बनकर सामने आए हैं। ऐेसे ही लोगों में से सांगानेर विधायक 'अशोक' लाहोटी की टीम भी है, जो इस आपदा काल में जरूरतमंदों को राशन रूपी 'दवा' देकर उनकी परेशानियों को 'हवा' कर रही है।
यह अशोक टीम प्रतिदिन हजारों लोगों को ना केवल भरपेट भोजन करा रही है बल्कि अभी तक हजारों लोगों को सूखा राशन भी बांट चुकी है। गुरुवार को सांगोनर में शिकारपुरा रोड स्थित चौधरी फार्महाउस पर अशोक लाहोटी टीम ने करीब 400 जरूरतमंद लोगों को राशन की किट बांटी। लाहोटी ने कहा कि लॉकडाउन की इस आपातस्थिति में हमारा प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए।
400 लोगों को बांटी राशन किट
शिकारपुरा रोड पर सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी, रामनिवास चौधरी, वार्ड 97 से वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोक चौधरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष सांगानेर ओमप्रकाश शर्मा, करण सिंह यादव, लालाराम यादव, नरेन्द्र रैगर, रमेश बैरवा, कजोड़ बैरवा, रामलाल जोतड़, प्रभुलाल मावल्या, हनुमान यादव, लक्ष्मी नारायण यादव, ओमप्रकाश हरितवाल और पूर्व पार्षद नवरत्न नराणिया आदि ने मिलकर करीब 400 जरूरतमंद और दिहाड़ी मजदूरों को राशन सामग्री की किट का वितरण किया। इस सामग्री में 5 किलो आटा, आधा किलो दाल, एक किलो नमक, साबुन का पैकेट और 250-250 ग्राम तेल और मिर्च के पैकेट दिए गए।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया, राशन किट सेनेटाइज कर बांटी
इस दौरान अशोक लाहोटी सहित उनकी टीम ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया। उन्होंने सभी जरूरतमंद लोगों को एक-एक मीटर की दूरी पर कतार में बिठा दिया। सभी जरूरतमंदों और कार्यकर्ताओं ने मुंह पर मास्क लगा रख थे।
लाहोटी टीम ने सभी लोगों के हाथों को सेनेटाइज किया और राशन किट को भी सेनेटाइज करके ही बांटा गया। कार्यकर्ताओं ने हाथों में दस्ताने भी पहने हुए थे। लाहोटी ने बताया कि इस आयोजन से जहां जरूरतमंदों की मदद हो पाई, वहीं लोगों को कोरोना से बचने की भी नसीहत और जरूरी सलाह दी गई।
उन्होंने कहा कि सलाह से पहले यदि हम ही सावधानियों का पालन नहीं करेंगे तो हम फिर जनता को कैसे अवेयर करेंगे। इसलिए हमने इस दौरान कोरोना वायरस सम्बंधी पूरी सावधानियों का पालन किया।
कोरोना का पता नहीं भूख से जरूर मर जाते
इस दौरान उपस्थित लोगों ने कहा कि हम तो दिहाड़ी मजदूर हैं। कोरोना वायरस से पहले हम जल्दी ही घर से काम की तलाश में निकल जाते थे। कभी काम मिल जाता था और कभी नहीं मिलता था। ऐसे में कई बार भूखे सोने की भी नौबत आ जाती थी। लेकिन, इस संकट काल में भी बिना कुछ काम किए ऐसे दातारों की वजह से दोनों समय का भरपेट खाना नसीब हो रहा है। ईश्वर ऐसे लोगों को ताकत दे, जिससे हम जैसे और भी जरूरतमंदों पर सहायता पहुंचे।
उन्होंने कहा कि यदि ये लोग हमारी मदद नहीं करते तो कोरोना का तो पता नहीं, लेकिन, भूख से हम अवश्य मारे जाते। अधिकांश लोगों की आंखें राशन सामग्री पाकर खुशी से नम हो गईं। वे सभी को धन्यवाद दे रहे थे।