तबलीगी जमात को सरकार खिला रही पनीर और रसगुल्ले, जनता 5 किलो आटे को भी तरसे

सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, विशेष वर्ग को विशेष सुविधाएं, जरूरतमंद को नहीं मिल रहा राशन


जस्ट टुडे

जयपुर। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राशन और भोजन वितरण में राजनीति नहीं करने और जरूरतमंद को ही लाभ देने की नसीहत दी थी। लेकिन, अब सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने राज्य सरकार पर राशन और भोजन वितरण में दोहरा मापदण्ड अपनाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसका सबूत भी दिया है। उन्होंने राज्य की गहलोत सरकार पर एक विशेष वर्ग के लोगों को पनीर, तंदूरी रोटी और रसगुल्ले जैसा उच्च क्वालिटी का भोजन देने और वहीं गरीब लोगों को 5 किलो गेहूं नहीं देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। 


कार्रवाई के बजाय हो रही आवभगत


सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार संक्रमण को फैलाने वाले तबलीगी जमातियों पर कानूनी कार्रवाई करने के बजाय क्वारेंटाइन में उनकी मेहमाननवाजी में जुटी हुई है। इसके विपरीत लॉक डाउन की वजह से जयपुर में गरीब मजदूर वर्ग अपनी पेट की आग को बुझाने के लिए संघर्षरत है और राज्य सरकार की ओर मदद के लिए तरस रहा है।


विशेष वर्ग के एक व्यक्ति के खाने पर खर्च हो रहे 720 रुपए


विधायक अशोक लाहोटी ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि जयपुर शहर में कोरोना वायरस की इस भयावह स्थिति के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, ऐसे करीब 167 लोगों को सीतापुरा स्थित जेईसीआरसी सेन्टर पर क्वारेंटाइन में रखा गया है। दिलचस्प पहलू यह है कि इन लोगों पर राज्य सरकार प्रतिदिन 1,20,000 रुपए (प्रति व्यक्ति 720 रुपए ) इनकी आवभगत पर खर्च कर रही है।




राज्य सरकार की तुष्टीकरण की नीति व वर्ग विशेष के होने के कारण इन लोगों की दामाद की तरह खातिरदारी  की जा रही है।


प्रशासन रसगुल्ले जैसे लजीज व्यंजन, पैक पानी की बोतल, उच्च स्तर की कैटरिंग से उनकी आवभगत में जुटा हुआ है। जबकि लॉकडाउन से अभी तक आम आदमी 5 किलो आटे के लिए तरस रहा है । 

60 फीसदी राशन विशेष वर्ग को

लाहोटी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार व जिला प्रशासन राहत सामग्री का 60 फीसदी हिस्सा रामगंज, भट्टा बस्ती, लंकापुरी व हसनपुरा के कुछ वर्ग विशेष के इलाकों में वितरित करवा रही है।


इसके विपरीत जयपुर के दूसरे इलाकों के गरीब मजदूर लोग भयावह स्थिति से गुजर रहे हैं। सरकार व प्रशासन संकट के समय में भी मानव सेवा की जगह तुष्टीकरण की राजनीति में लगे हुए हैं।
 
इलाज के नाम पर ना हो भेदभाव

लाहोटी ने कहा कि यदि कोई बीमार है तो सरकार उसका इलाज करे, परन्तु इलाज के नाम पर भी भेदभाव नहीं करे। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाइन के अन्य सेंटरों पर पीने को पानी व चाय तक नहीं दी जा रही है। प्रतापनगर स्थित आरयूएचएस जैसे सेंटर पर भी बेहद खराब हालात हैं।  

सांगानेर में अभी तक बंटे महज 1530 पैकेट

लाहोटी ने बताया कि उनकी स्वयं की सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में सरकार दोहरा व पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रही है। सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में अब तक 80000 के लगभग राहत सामग्री के पैकेट बंट जाने चाहिए थे, लेकिन, अभी तक मात्र 1530 पैकेट वितरित कर महज एक खानापूर्ति की गई है। 


चहेतों को राशन बांट रहे कांग्रेस कार्यकर्ता 

लाहोटी ने बताया कि शहर के अन्य हिस्सों में भी मात्र नाम मात्र की राशन सामग्री वितरित की जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता छोटे अधिकारियों को सरकार का डर दिखाकर अपनी मनमर्जी से अपने चहेते लोगों को ही राहत सामग्री बंटवा रहे हैं, वहीं वास्तविक जरूरतमंद को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। 


भयवाह स्थिति के जिम्मेदारों पर लगे रासुका और देशद्रोह 

विधायक अशोक लाहोटी ने राज्य सरकार से कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में तुष्टीकरण की राजनीति छोड़ निष्पक्ष पात्र व्यक्तियों तक राहत सामग्री पहुंचाने की अपील की है एवं जयपुर को इस भयावह स्थिति में पहुंचाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ रासुका व देशद्रोह जैसे कानून के तहत धाराएं लगाकर आवश्यक कार्यवाही कर सख्त संदेश देने की अपील की है।


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