'लॉक' अभी नहीं होगा 'डाउन'...इतना और करना होगा इंतजार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चौथी बार हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, लॉकडाउन बढऩे के संकेत

आने वाले महीनों में भी कोरोना वायरस का प्रभाव दिखाई देगा, मास्क और फेस कवर हमारे जीवन का हिस्सा होंगे: प्रधानमंत्री


जस्ट टुडे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'कोविड-19Ó से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने और इस महामारी से निपटने के लिए आगे की योजना बनाने के लिए सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ विचार-विमर्श किया। बैठक में नौ मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री से चर्चा की। इस बैठक में ऐसे संकेत आए, लॉकडाउन अभी और बढ़ेगा। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि 3 मई के बाद लॉकडाउन कितने दिन और बढ़ेगा। लेकिन, विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक 3 मई के बाद लॉकडाउन 22 मई तक और बढ़ सकता है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लॉकडाउन लागू करने की आवश्यकता की फिर से पुष्टि की, ताकि अधिक से अधिक लोगों का जीवन बचाया जा सके।

सकारात्मक आए परिणाम

प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं क्योंकि, देश पिछले डेढ़ महीनों में हजारों लोगों की जान बचाने में कामयाब रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की आबादी कई देशों की संयुक्त जनसंख्या के बराबर है। भारत सहित कई देशों में इस दृष्टि से स्थिति मार्च की शुरुआत में कमोबेश एक समान थी। हालांकि, समय पर उठाए गए ठोस कदमों की बदौलत भारत अनगिनत लोगों की जिंदगी की रक्षा करने में सक्षम रहा है। हालांकि, उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि वायरस का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है और निरंतर सतर्क रहना सबसे अधिक जरूरी है।


विशेषज्ञ कह रहे अभी कोरोना और दिखाएगा प्रभाव

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने अब तक दो लॉकडाउन देखे हैं, दोनों ही कुछ पहलुओं में एक-दूसरे से भिन्न हैं, और अब हमें आगे की राह के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस का प्रभाव आने वाले महीनों में भी दिखाई देगा। 'दो गज दूरी' के मंत्र को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि मास्क और फेस कवर आने वाले दिनों में हमारे जीवन का हिस्सा बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में तेजी से प्रभावकारी कदम उठाना निश्चित तौर पर हर किसी का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज कई लोग स्वयं ही आगे आकर यह जानना चाह रहे हैं कि क्या उन्हें खांसी और सर्दी या इस रोग के लक्षण हैं, जो एक स्वागत योग्य संकेत है।

पहले ऑरेंज और फिर ग्रीन जोन में आएं राज्य

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अर्थव्यवस्था को विशेष महत्व देना होगा और इसके साथ ही कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी होगी। उन्होंने प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग करने के महत्व और इसके साथ ही सुधार लाने वाले उपायों को अपनाने में समय का सदुपयोग करने पर विशेष जोर दिया। 
उन्होंने हॉटस्पॉट यानी रेड जोन क्षेत्रों में सम्बंधित दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करने में राज्यों के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों को 'रेड जोन' को पहले 'ऑरेंज जोन' में और फिर 'ग्रीन जोन' में बदलने की दिशा में अपने प्रयासों को केंद्रित करना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का भी रखें ध्यान

विदेश में रह रहे भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए कि उन्हें कोई असुविधा न हो और उनके परिवार किसी भी जोखिम में नहीं हों। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से यह भी आग्रह किया कि वे आगे की रणनीति तैयार करते समय मौसम में बदलाव यथा गर्मी एवं मानसून के आगमन और इस मौसम में आने वाली बीमारियों को अवश्य ही ध्यान में रखें। मुख्यमंत्रियों ने संकट की इस अवधि में प्रधानमंत्री के नेतृत्व की प्रशंसा की। मुख्यमंत्रियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पैनी नजर रखने की आवश्यकता को रेखांकित किया और इसके साथ ही आर्थिक चुनौतियों का सामना करने तथा स्वास्थ्य अवसंरचना को और भी अधिक मजबूत करने के उपाय सुझाए। 

पीएम की सीएम के साथ चौथी बैठक

यह मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की इस तरह की चौथी चर्चा थी, जो इससे पहले 20 मार्च, 2 अप्रैल और 11 अप्रैल, 2020 को आयोजित की गई थी।  


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