कॉल डेटा से कोरोना मरीजों पर रहेगी सरकार की 'तीसरी नजर'

जस्ट टुडे
नई दिल्ली। अब सरकार डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस और मोबाइल फोन प्रदाता कम्पनियों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। ये सभी कॉल डेटा के जरिए कोरोना संक्रमित लोगों की हर आवाजाही पर नजर रखेगी। ग्राहकों के कॉल डेटा का इस्तेमाल कर संक्रमित मरीजों की आवाजाही पर बारीक नजर रखी जा सकेगी। इसका उद्देश्य संक्रमण को अन्य हिस्सों और दूसरे लोगों में फैलने से रोकना है। 



मजदूरों को पहुंचाया जा सकेगा खाना



साथ ही, इससे लाखों प्रवासी मजदूरों तक खाना पहुंचाने के साथ रोजगार तलाशने में भी उनकी मदद की जा सकेगी। अधिकारियों ने साफ किया है कि इस काम के लिए ग्राहकों की सिर्फ कॉल्स की लोकेशन डीटेल्स इस्तेमाल की जाएंगी और उनके कॉल डेटा रिकॉर्ड्स का उपयोग नहीं किया जाएगा, जिससे प्राइवेसी और सरकारी 
सर्विलांस जैसी चिंताएं पैदा हो सकती हैं। हालांकि, प्राइवेसी एक्सपट्र्स का कहना है कि लोकेशन डीटेल्स का उपयोग भी प्राइवेसी का मसला है, क्योंकि इसके लिए ग्राहकों की रजामंदी नहीं ली गई है। 


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