ग्यारह दिन में 861 वरिष्ठ नागरिकों ने शेयर की अपनी समस्या,तत्काल मिला समाधान

जिला प्रशासन का शेयरिंग-केयरिंग एप बना बुजुर्गो की केयर में मददगार


जस्ट टुडे

जयपुर। जिला प्रशासन एवं जे.के.लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी की ओर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरु की गई हेल्पलाईन “शेयरिंग-केयरिंग“7428518030 लॉकडाउन की अवधि में वरिष्ठ नागरिकों का सहारा बन रही है यह हेल्पलाईन हाल ही में बुजुर्गो के लिए चिकित्सा, किराना सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शुरू की गई थी। इस हेल्पलाईन पर हर रोज औसतन 80 से अधिक कॉल आ रही है, 60 वर्ष से लेकर 97 वर्ष तक की उम्र के बुजुर्ग भोजन,आवास दवाईयां,राशन से संबंधित समस्याओं को लेकर फोन कर रहे है।

 


20 प्रतिशत वरिष्ठ नागरिकों ने लॉकडाउन पीरियड में अपने बच्चों की ओर से  देखभाल न किये जाने की बात कही जबकी करीब 25 प्रतिशत बुजुर्ग ऎसे है जिनके बच्चे इस समय उनसे दूर है जिसके चलते उनकी परेशानियां बढ़ती जा रही है, इन कॉलर्स में करीब 20 प्रतिशत ऎसे बुजुर्ग है जो अकेलेपन से परेशान है, डिप्रेशन में है, ये आकड़े जिला प्रशासन एवं जे.के.लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी के संयुक्त प्रयासाें से वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए शुरु की गई हेल्पलाईन “शेयरिंग-केयरिंग“ के जरिए निकलकर सामने आए, जिला प्रशासन द्वारा शुरु की गई इस अभिनव पहल से वरिष्ठ नागरिकों को न केवल आवश्यकता की वस्तुएं जैसे दवाईयां, राशन,भोजन आदि पहुचायां जा रहा है बल्कि बहुत से वरिष्ठ नागरिकों को मनोवैज्ञानिक तरीके से काउंसिल कर उनकी समस्या का भी समाधान किया जा रहा है। बजुर्गो की समस्याओं को सुनने के बाद इसकी सत्यता को प्रमाणित कर जिला प्रशासन एवं विभिन्न छळव् के माध्यम से सहायता की जा रही है।

 

राउन्ड द क्लॉक कार्य कर रही है 12 सदस्यीय टीम

 

हेल्पलाईन के समन्वयक डा.उमेश गुप्ता ने बताया की जेकेएलयू की 12 सदस्यीय टीम 24 घण्टे अलग-अलग शिफ्ट में कार्य कर रही है, इनमें से एक टीम “कॉल टीम“ है जो हेल्पलाईन नंबर पर कॉल प्राप्त करती है वरिष्ठ नागरिकों के साथ संवाद स्थापित कर काउसलिग कर रही है दूसरी टीम “सेवा प्रदाता टीम“ आवश्यक सेवा प्रदान करने के लिए समस्या का समाधान करने के लिए संबंधित सेवा प्रदाता से संपर्क करती है और डाटाबेस तैयार करती है।

Popular posts from this blog

सांगानेर में उचित मूल्य की दुकानों पर व्यवस्था नहीं उचित

विविधता में एकता... भारत की विशेषता - बेरवाल

सांगानेर से फिर एक बार पुष्पेन्द्र भारद्वाज