सांगानेर बाजार को नए साल में मिलेगा नया अध्यक्ष
- सर्वसमाज के व्यापारियों का उमड़ा हुजूम, सर्वसम्मति से बनाई चुनाव समिति
- चुनाव समिति समस्त व्यापारियों से बनाएगी सहमति, 6 जनवरी को होगी घोषणा
- जयप्रकाश बुलचंदानी को बनाया चुनाव समिति का संयोजक
जस्ट टुडे
जयपुर। सांगानेर स्थित पूज्य सिन्धी धर्मशाला में सर्वसमाज के व्यापारियों ने बाजार का नया अध्यक्ष चुनने के लिए रविवार को मीटिंग की। नया व्यापार महासंघ और नया अध्यक्ष बनाने के लिए सर्वसमाज के व्यापारियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। रविवार को बाजार में ग्राहकी होने के बावजूद व्यापारी तय समय पर धर्मशाला में पहुंच गए, जो कार्यक्रम की समाप्ति तक चलता रहा। सर्वसमाज के व्यापारियों ने इस निर्णय का स्वागत किया और इस पर अपनी रजामंदी दे दी। मीटिंग के दौरान सभी व्यापारियों ने अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इसमें सभी व्यापारियों ने कहा कि सांगानेर में एक ही व्यापार महासंघ होना चाहिए और उसका अध्यक्ष भी नया होना चाहिए। व्यापारियों ने 'एक बाजार और एक व्यापार महासंघ' का नारा दिया। उन्होंने सांगानेर बाजार में नया व्यापार महासंघ बनाने पर सहमति जताई। इसके लिए रविवार को मीटिंग में सांगानेर व्यापारी चुनाव समिति गठित की गई। इसका संयोजक जयप्रकाश बुलचंदानी को बनाया गया है। साथ ही इसमें 10 सदस्य भी सभी समाज के व्यापारी बनाए गए हैं। चुनाव समिति सोमवार से सांगानेर बाजार के व्यापारियों से नया व्यापार महासंघ बनाने पर सहमति बनाएगी। व्यापारियों को नए व्यापार महासंघ के विकास-पत्र से भी अवगत कराएगी। इसके बाद आगामी 6 जनवरी को नए व्यापार महासंघ और अध्यक्ष सहित नई कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी।
व्यापारियों ने ये बताईं समस्याएं
सिन्धी धर्मशाला में आयोजित मीटिंग में सभी व्यापारियों ने कहा कि वर्तमान में ना तो सांगानेर बाजार में सुरक्षा के माकूल इंतजाम हैं और ना ही व्यापारियों की सुनवाई हो रही है। व्यापारियों ने कहा कि नगर-निगम ने यूडी टैक्स जमा कराने के नोटिस तो दे दिए, लेकिन, व्यापारियों की दुकानों के पट्टे नहीं बना रहे हैं। व्यापारियों की पैरवी करने वाला कोई नहीं होने से ऐसा हो रहा है। साथ ही कहा कि बाजार में आए दिन चोरी हो रही है। ऐसे में पुलिस की गश्त प्रभावी होनी चाहिए, जो वर्तमान में नहीं है। सांगानेर बाजार में जगह-जगह अतिक्रमण है। व्यापारियों ने कहा कि सभी को बाजार में मुख्य सड़क पर तो अतिक्रमण दिख जाता है, लेकिन अंदर गलियों के बाजारों का अतिक्रमण किसी को नहीं दिखता। जबकि अंदर गलियों में बाइक निकलने की जगह नहीं है।
व्यापारियों की नहीं हो रही सुनवाई
वरिष्ठ व्यापारी उत्तमचंद बच्चानी ने कहा कि सांगानेर में पार्किंग की जगह नहीं होने से ग्राहक परेशान होते हैं। साथ ही कई बार व्यापारियों के आपसी झगड़े हो जाते हैं, जिन्हें मिल-बैठकर सुलझाना चाहिए। लेकिन, कोई प्रभावी व्यापार महासंघ नहीं होने के चलते बात पुलिस तक पहुंच जाती है। व्यापारियों ने कहा कि नया व्यापार महासंघ इन्हीं सब समस्याओं के निस्तारण के लिए बनाया जाए।
किसी भी राजनीतिक दल से नहीं रहेगा सरोकार
चुनाव समिति के संयोजक जयप्रकाश बुलचंदानी ने बताया कि नए व्यापार महासंघ का किसी भी राजनीतिक दल से कोई सरोकार नहीं होगा। वहीं किसी भी राजनीतिक दल के पदाधिकारी को इसमें शामिल नहीं करेंगे। बुलचंदानी ने बताया कि वर्तमान में सांगानेर बाजार में व्यापारी हितों की पैरवी करने वाला कोई नहीं है। व्यापार महासंघ के जरिए चंद लोग अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। बुलचंदानी ने बताया कि व्यापारियों की वजह से व्यापार महासंघ का अस्तित्व होता है। ऐसे में नया व्यापार महासंघ सिर्फ व्यापारियों के हितों की पैरवी करने के लिए ही बनाया जाएगा।
जो व्यापारी हित की बात करेगा, वही सांगानेर बाजार पर राज करेगा
वरिष्ठ व्यापारी रामजीलाल शर्मा ने कहा कि जिस व्यक्ति को व्यापारी सर्वसम्मति से चाहेंगे और जिसकी छवि व्यापारियों के बीच स्वच्छ और बेदाग होगी, उसी को नया अध्यक्ष बनाएंगे। उन्होंने नारा दिया कि जो व्यापारी हित की बात करेगा, वहीं सांगानेर बाजार में राज करेगा। उन्होंने कहा कि नया व्यापार महासंघ किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करेगा। जो भी व्यापारी हित और व्यापार बढ़ाने में सहयोग करेगा, नया व्यापार महासंघ भी उसी का साथ देगा। उन्होंने कहा कि चुनाव समिति इस दिशा में कार्य करेगी और सांगानेर बाजार में नया व्यापार महासंघ और अध्यक्ष बनाएगी।
चुनाव समिति में कुल 13 व्यापारी
सर्वसमाज के व्यापारियों ने सर्वसम्मति से सांगानेर व्यापार चुनाव समिति का संयोजक जयप्रकाश बुलचंदानी को बनाया है। इसके अलावा 10 सदस्य भी बनाए गए हैं। जिनमें उत्तमचंद बच्चानी, रामजीलाल बांगड़ा, छांगामल तीर्थानी, दिनेश कुमार शर्मा, अशोक मोदी, मन्नालाल सैनी, मदन गुर्जर, लल्लू चौहान, प्रेम नाटाणी, हरिशंकर सोनी, मनोज टेलानी और सुनील डंगायच हैं।