इस 'राजा हिन्दुस्तानी' की खामोशी...सांगानेर को सोने नहीं दे रही

 - कोरोना काल में राजा हिन्दुस्तानी उधार लेकर कर रहा सेवा कार्य, पिछली बार भी दिखाया था सेवा का जज्बा

- पहले लॉकडाउन और फिर हाथ टूटने से चौपट हुआ काम-धंधा, दो रोटी का पैदा हुआ संकट

- सांगानेर में कांग्रेस नेता पुष्पेन्द्र भारद्वाज से लगाई मदद की गुहार 


जस्ट टुडे
जयपुर।
लोग तो शोर से जाग जाते हैं साहब...मुझे एक इंसान की खामोशी सोने नहीं देती है। किसी मशहूर शायर की ये पंक्तियां सटीक बैठ रही है, सांगानेर के राजा हिन्दुस्तानी पर। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी राजा हिन्दुस्तानी की सेवा के चर्चे सांगानेर में चारों ओर है। कोरोना की पहली लहर में पुलिसकर्मियों और जरूरतमंदों को चाय पिलाने वाले राजा हिन्दुस्तानी अब भी सैनिटाइज कर सेवा कार्य कर रहे हैं। खास बात यह है कि राजा ने पिछली बार भी कर्ज लेकर सेवा की थी और अब भी ऐसा ही कर रहे हैं। सांगानेर में बहुत समाज-सेवी, उद्योगपति, भामाशाह और राजनेता हैं, कोई राजा हिन्दुस्तानी पर भी नजरें इनायत करें, जिससे कोरोना काल में उसे भी आर्थिक सम्बल मिल सके। पूरे वाकये से साफ है कि राजा हिन्दुस्तानी की खामोशी भी सांगानेर को सोने नहीं दे रही है। 

पुलिसकर्मियों की गाडिय़ों को कर रहा सैनिटाइज

राजा हिन्दुस्तानी ने जस्ट टुडे को बताया कि वह मौसम के अनुसार ठेले पर खाद्य सामग्री बेचकर गुजारा करता है। गर्मियों में वह छाछ-राबड़ी, आईस्क्रीम आदि बेचता है। चूंकि, अभी कोरोना काल है, ऐसे में उसका धंधा चौपट हो गया। फिर भी राजा हिन्दुस्तानी ने हार नहीं मानी। उसने बताया कि किसी से 10 हजार रुपए उधार लिए। उससे हैण्ड सैनिटाइजर मशीन और टैंक खरीदा। अब उसी हैण्ड सैनिटाइजर मशीन से पुलिसकर्मियों की गाडिय़ों, दुकानों को और जरूरतमंदों को नि:शुल्क सैनिटाइज कर रहे हैं। सभी लोग उसकी प्रशंसा करते हैं और आशीर्वाद देते हैं। उसने बताया कि वह रोजाना सांगानेर सहित आस-पास के क्षेत्रों में हर चौराहे, नुक्कड़ पर जाता है, वहां ड्यूटी देेने वाले पुलिसकर्मियों की गाडिय़ों को सैनिटाइज करता हूं। कई दुकानों और ग्राहकों को भी सैनिटाइज करता हूं। रोजाना के सेवा भाव के चलते अब पुलिसवाले भी उसे जानने लग गए हैं। 

सिर्फ सांत्वना देकर चले गए सांगानेर के भाजपा नेता





राजा हिन्दुस्तानी ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि कोरोना की पहली लहर में उसने 50 हजार रुपए कर्जा लिया था और सेवा भाव का कार्य किया था। उसके बाद लॉकडाउन हटा तो मुझे भी काम-धंधे की आस जगी। लेकिन, उस दौरान मेरा एक्सीडेंट हो गया और मेरे हाथ में फ्रैक्चर हो गया। इसके चलते मेरा काम-धंधा चौपट हो गया। मेरे सामने पेट भरने की समस्या पैदा हो गई थी। चूंकि, मैंने अभी तक भाजपा का ही प्रचार किया है। मेरी गाड़ी पर भी मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पोस्टर लगाकर भरपूर प्रचार करता था। ऐसे में सांगानेर भाजपा के कई नेता मुझसे मिलने आए। इनमें से किसी ने भी मेरी कोई भी सहायता नहीं की, सिर्फ सांत्वना देकर चले गए। क्या सांत्वना से पेट भरता है। फिर मैंने उधार लेकर अपना पेट भरा। इसके चलते 50 हजार रुपए का कर्ज भी नहीं चुका पाया हूं। राजा हिन्दुस्तानी ने सांगानेर भाजपा नेताओं का नाम जस्ट टुडे को बताया था। लेकिन, राजा ने कहा कि मैं गरीब आदमी हूं, वे मेरे पीछे पड़ जाएंगे। इसलिए मैं उनका नाम प्रकाशित नहीं करवाना चाहता हूं।

मुझे भी मिले आर्थिक सम्बल

राजा हिन्दुस्तानी ने कहा कि जिस प्रकार रामसेतु बनाने में गिलहरी ने मदद की थी। उसी गिलहरी की तरह मैं भी कोरोना में बिना किसी सहारे के सेवा कर रहा हूं। मैं आजकल कांग्रेस नेता पुष्पेन्द्र भारद्वाज और मानव-सेवार्थ ग्रुप की सेवा-भाव के चर्चे खूब सुन रहा हूं। मैं जस्ट टुडे के जरिए इन सभी से आग्रह करता हूं कि मुझे आर्थिक सम्बल प्रदान करें। साथ ही सेवा का जो भी कार्य हो, मुझे भी बताएं...धन तो नहीं है, लेकिन, तन और मन पूरी तरह समर्पित है। 

Popular posts from this blog

सांगानेर में उचित मूल्य की दुकानों पर व्यवस्था नहीं उचित

विविधता में एकता... भारत की विशेषता - बेरवाल

सांगानेर से फिर एक बार पुष्पेन्द्र भारद्वाज