मानसरोवर में आवासन मंडल की करोड़ों की जमीन अब हुई कौड़ियों की
- मानसरोवर के सेक्टर 11 में आवासन मंडल की बेशकीमती जमीन पर हुआ कब्जा, सजने लग गए हैं सब्जी मंडी और थड़ी-ठेले
- समाज-सेवी बुलचंदानी ने पत्र लिखकर की कब्जा हटाने और शहीद स्मारक बनाने की मांग
आवासन मंडल की सम्पत्ति होने का लगा हुआ है साइन बोर्ड। |
जयपुर। शहरवासियों के आशियाने के सपनों को पूरा करने वाला राजस्थान आवासन मंडल ने अपनी ही करोड़ों रुपए की जमीन से आंखें मूंद ली है। मानसरोवर के सेक्टर 11 स्थित अपनी बेशकीमती जमीन के प्रति आवासन मंडल की बेरुखी के चलते यहां पर अब सब्जी मंडी और थड़ी ठेले लगने लग गए हैं। ऐसे में यहां पर हमेशा समाजकंटकों का भी बसेरा रहता है। साथ ही जमीन की दीवार को भी तोड़ दिया गया है। सब्जी मंडी और थड़ी-ठेले लगने से यहां पर हर समय गंदगी का आलम और जाम की समस्या आम रहती है। इन सभी से स्थानीय नागरिक सहित राहगीर भी परेशान हैं। इन सभी समस्याओं को लेकर समाज-सेवी जयप्रकाश बुलचंदानी ने कांग्रेस नेता पुष्पेन्द्र भारद्वाज, राजस्थान आवासन मंडल, मानसरोवर के उपायुक्त और नगर-निगम, मानसरोवर के उपायुक्त को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने जमीन को कब्जे से मुक्त कराने और उसे शहीद स्मारक पार्क घोषित करवाने की मांग की है।
चारों ओर गंदगी का ही साम्राज्य
मंडल की सम्पत्ति की दीवार तोड़कर सज गई सब्जी मंडी और थड़ी-ठेले। |
समाज-सेवी जयप्रकाश बुलचंदानी ने बताया कि आवासन मंडल की उदासीनता के चलते करोड़ों की बेशकीमती जमीन अब समाजकंटकों का अड्डा बन गई है। पहले यहां पर बच्चे क्रिकेट खेलने आते थे, लेकिन, समाजकंटकों की वजह से अब वे भी यहां आने से कतराते हैं। देखभाल के अभाव में यहां पर कंटीली झाडिय़ां और घास-फूस उग गए हैं। आवासन मंडल की जमीन पर हर जगह गंदगी का आलम है और इधर-उधर शराब की खाली बोतलें बिखरी रहती हैं, जिन्हें कचरा बीनने वाले रोज उठाकर ले जाते हैं। साथ ही आवारा जानवर भी गंदगी फैलाकर पार्क के कोढ़ में खाज का काम कर रहे हैं।
...तो होगा वीर सपूतों का सम्मान
आवासन मंडल की जमीन पर हर जगह थड़ी-ठेले और सब्जी मंडी। |
बुलचंदानी ने बताया कि यदि आवासन मंडल इस जमीन को शहीद स्मारक पार्क घोषित कर दे तो इससे देश के वीर सपूतों का भी सम्मान होगा। आस-पास के निवासियों और बच्चों में भी राष्ट्रभावना का संचार होगा। साथ ही बेशकीमती जमीन भी कब्जा मुक्त होगी, जिससे स्थानीय निवासी भी पार्क में बिना भय के आ सकेंगे। इससे पार्क में गंदगी भी नहीं होगी और उसकी खूबसूरती से वातावरण भी महक उठेगा। बच्चों के लिए खेलने के झूले और युवाओं के लिए जिम की मशीनें लगने से तो और भी ज्यादा फायदा होगा, इससे सभी पार्क को खूबसूरत बनाने में सहयोग करेंगे।
जनसमर्थन के लिए चलाएंगे हस्ताक्षर मुहिम
जयप्रकाश के मुताबिक इसके लिए वे सांगानेर विधानसभा में हस्ताक्षर मुहिम भी चलाकर जन-समर्थन लिया जाएगा। आवासन मंडल को जन-भावनाओं से भी अवगत कराया जाएगा, जिससे वे जल्द से जल्द इस पार्क को शहीद स्मारक घोषित करें। उन्होंने बताया कि आजकल बच्चे विदेशी कार्टून करैक्टर्स के बारे में तो बहुत जानते हैं। लेकिन, देश के असली हीरों के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता होता है। क्योंकि, घर-परिवार का वातावरण भी ऐसा हो गया है कि कोई उन्हें इनके बारे में नहीं बताता है। यदि शहीद स्मारक बनेगा तो बच्चे माता-पिता और दादा-दादी से इस बारे में पूछेंगे। ऐसे में उन्हें भी देश के असली हीरों के बारे में पता चल सकेगा। साथ ही शहीद स्मारक बनने के बाद वहां पर भी शहीदों की जानकारी लिखी जाएगी, उससे भी बच्चों में देश के असली हीरों के प्रति सम्मान पैदा होगा और उनमें भी राष्ट्र की भावना जागृत हो सकेगी। उन्होंने बताया कि मानसरोवर में इस तरह का शहीद स्मारक कहीं भी नहीं है।