प्रदेश की जेलों में भी शुरू हुई रैण्डम सैम्पलिंग
राज्य में अब तक 2.32 लाख सैम्पल लिए जा चुके, 12,170 जांचें हो रही रोज
जस्ट टुडे
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए राज्य की तमाम जेलों में रैण्डम सैम्पलिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि जेलों में कोरोना के पहुंचने की भी पड़ताल की जा रही है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि जयपुर जिला जेल में 128 केस पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला जेल में एक अलग बैरक को आइसोलेशन बैरक बनाकर पॉजीटिव आने वाले मरीजों को वहां रखा जा रहा है। अन्य बीमारियों से ग्रसित कोरोना पॉजीटिव मरीजों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।
25 हजार जांचों की सुविधा होगी विकसित
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब तक 2 लाख 32 हजार सैम्पल लिए जा चुके हैं। प्रदेश में जांच की संख्या में दिनों-दिन इजाफा हो रहा है। अब 12170 जांचें प्रतिदिन की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक 25 हजार जांच क्षमता विकसित करने की कार्यवाही की जा रही है। प्रत्येक जिले में जांच सुविधा विकसित की जा रही है।
60 फीसद पॉजीटिव का निगेटिव होना सुकून
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रवासियों के चलते पॉजीटिव मरीजों के संख्या में इजाफा हो सकता है। प्रदेेश में पॉजीटिव केसेज की तादात बढ़ी है, साथ ही रिकवरी का रेशो भी लगभग 60 फीसद है। प्रदेश में अब तक 3000 लोग बेहतर उपचार के चलते दुरुस्त हो चुके हैं। यह प्रदेश के लिए सुकून की बात है।
प्रवासियों के लिए बेहतर क्वारेंटाइन व्यवस्था
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आने व जाने के लिए लगभग 20 लाख लोगों ने पंजीकरण करवाया है। प्रवासी राजस्थानियों के लिए कोई परेशानी ना हो इसके लिए शहरों, गांवों में क्वारेंटाइन की बेहतर सुविधा विकसित की जा रही है। आने वाले लोगों के घरों में पर्याप्त जगह है तो उन्हें होम क्वारेंटाइन नहीं तो संस्थागत क्वारेंटाइन सुविधा दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर और कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में भर्ती किया जाएगा, ताकि अन्य अस्पतालों में सामान्य बीमारियों का इलाज चलता रहे।
जीवनशैली में लाएं बदलाव
डॉ. शर्मा ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेताया है कि कोरोना इतनी जल्द जाने वाला नहीं है, हमें इसके साथ ही जीना होगा। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि हम अपनी आदतों में बदलाव लाएं और सभी सावधानियों मसलन, मास्क लगाना, बार-बार साबुन से हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाते हुए जीवनशैली रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना को सजगता से ही हराया जा सकता है।