रेपिड टेस्ट किट का दो दिन टेस्ट लेगी आईसीएमआर, सांगानेर में भी नहीं हो सकेगी कोरोना जांच


इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने तीन राज्यों की रिपोर्ट के बाद देशभर में रेपिड टेस्ट किट पर लगाई दो दिन रोक

जस्ट टुडे
नई दिल्ली। सरकार ने कोरोना की जांच के लिए रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट की नई किट के इस्तेमाल पर दो दिन की रोक लगाई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मंगलवार को राज्यों से कहा है कि टेस्ट किट में खराबी की शिकायतों की हम जांच करेंगे। दो दिन तक सभी राज्य इसके इस्तेमाल को रोक दें। दरअसल, भारत ने पिछले हफ्ते ही चीन से करीब 5 लाख नई किट खरीदी थीं। इस किट की एक्यूरेसी 90 फीसदी होनी चाहिए, लेकिन राजस्थान सरकार का कहना था कि नई किट से एक्यूरेसी केवल 5.4 फीसदी ही है।


तीन राज्यों में टेस्ट किट की एक्यूरेसी में काफी अंतर


फाइल फोटो

आईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेड़कर ने कहा, हमें एक राज्य से इस किट के जरिए कम डिटेक्शन होने की शिकायत मिली थी। लिहाजा, हमने तीन और राज्यों से बात की और पाया कि इसकी एक्यूरेसी में काफी अंतर है। कुछ जगहों पर इसकी एक्यूरेसी 6 फीसदी और कुछ पर 71 फीसदी है। यह अच्छी बात नहीं है क्योंकि जब इतना फर्क होता है तो हमें जांच करनी होगी। कोरोना महज साढ़े तीन महीने पुरानी बीमारी है। इसकी जांच की तकनीक में सुधार आता, रहेगा लेकिन हम इन नतीजों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। इसलिए सभी राज्यों से गुजारिश है कि टेस्टिंग किट के इस्तेमाल को अगले दो दिन के लिए रोक दें। अगर इन किट के नतीजे गड़बड़ मिले तो हम मैन्यूफेक्चर्स को यह बताएंगे।

सांगानेर में भी बुधवार को नहीं होगी जांच

सांगानेर के कागजी मोहल्ले में एक ही परिवार के पांच कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से करीब 150 रेपिड टेस्ट हो चुके हैं। किट पर रोक लगने की वजह से मंगलवार को भी टेस्ट नहीं हो पाए थे, वहीं अब देशभर में दो दिन किट पर रोक लगने से बुधवार को भी सांगानेर के कागजी मोहल्ले में जांच होने में संशय है। हालांकि, चिकित्सा विभाग पीसीआर से टेस्ट कर सकता है। 

यह होती है रेपिड टेस्ट किट

इस टेस्ट के जरिए कोरोना के संदिग्ध मरीजों के खून के नमूनों की जांच की जाती है। ये कोरोना के संदिग्ध मामलों की तेजी से स्क्रीनिंग और उनका पता लगाने के लिए जरूरी है। मरीज के स्वाब की पैथोलॉजी लैब में होने वाली टेस्ट से मिलने वाले नतीजों की तुलना में रैपिड टेस्ट किट से नतीजे हासिल करने में कम समय लगता है।

राजस्थान ने इसलिए लगाई रोक

राजस्थान ने इस किट को कोरोना जांच में फेल पाया और इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी। इस किट से 1232 लोगों के टेस्ट किए गए थे। केवल दो लोगों के पॉजिटिव होने के संकेत मिले। 


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